पटना: जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kuswaha) शनिवार (25 सितंबर) से 'बिहार भ्रमण' के सातवें और अंतिम चरण की शुरूआत कर रहे हैं. 25 सितंबर तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान उपेंद्र कुशवाहा राजधानी पटना समेत कुल छह जिलों का दौरा करेंगे.
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सातवें चरण में 25 सितंबर को नालंदा, 1 अक्टूबर को पटना, 3 अक्टूबर को अररिया, 4 अक्टूबर को किशनगंज, 22 अक्टूबर को लखीसराय और 23 अक्टूबर को मुंगेर में कार्यक्रम तय हुआ है.
उपेंद्र कुशवाहा यात्रा के दौरान कोरोना, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे आम लोगों से मिलेंगे और देखेंगे कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं और राहत जनता तक पहुंच रही है कि नहीं. सरकारी योजनाओं का लाभ उन जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जदयू कार्यकर्ताओं की अधिकाधिक भूमिका भी सुनिश्चित करने पर विमर्श होगा.
इस दौरा के दौरान कुशवाहा कोरोना या अन्य कारण से हताहत हुए (यदि हो तो) पार्टी के साथियों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. साथ ही किसी दलित टोले में कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा करेंगे. कुशवाहा बाढ़ग्रस्त किसी स्पॉट का मुआयना भी करेंगे और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ चाय पर मुलाकात भी होगी. वहीं, किसी गरीब, दलित, अति पिछड़ा, अल्पसंख्यक कार्यकर्ता के यहां भुजा और चाय का भी कार्यक्रम होगा और कई नेताओं को पार्टी की सदस्यता भी दिलाएंगे. साथ ही हर दिन सुबह 9.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएगी.
वहीं, इस दौरे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि पूर्व के चरण के दौरे के माध्यम से जदयू कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार हुआ है और पार्टी और मजबूत हुई है. कुशवाहा ने कहा कि बिहार की जनता का विश्वास आज भी नीतीश कुमार के ऊपर उसी तरह से है और जहां भी थोड़ी बहुत कमियां हैं उन्हें ससमय दूर भी किया जाएगा.
बात दें कि बिहार में जदयू को फिर से नम्बर वन पार्टी बनाने के लिए उपेंद्र कुशवाहा ने संगठन को मजबूत करने की रणनीति बनाई थी. जिसके लिए उन्होंने बिहार यात्रा (Bihar Yatra From Bagaha) की शुरूआत की थी. यह 10 जुलाई से पश्चिम चंपारण जिला के बगहा के वाल्मीकिनगर से यात्रा के पहले चरण की शुरूआत हुई थी.
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