पटना: पटना के बापू सभागार में मंगलवार को किसानों ने बासी (Uproar over stale food in Patna) खाना को लेकर जमकर हंगामा किया. दरअसल कृषि विभाग की ओर से किसान समागम का आयोजन पटना के बापू सभागार में चल रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसान समागम के पहले सत्र में चौथी कृषि रोडमैप को लेकर किसानों के सुझावों को सुना. करीब दो बजे किसानों को खाने का पैकेट दिया गया. बासी खाना देखते ही किसान हंगामा करने लगे. खाने की गुणवत्ता को लेकर खाने का पैकेट अधिकारियों के सामने ही फेंक दिए. किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार सड़ा खाना देकर किसान का अपमान किया जा रहा है.
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हंगामा से अधिकारियों के हाथ पांव फूले: किसानों का हंगामा देखते की अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे. पटना जिला अधिकारी और कृषि विभाग के तमाम अधिकारियों किसानों के पास पहुंचे. उन्होंने सभी को समझा-बुझाकर शांत किया. डीएम ने आश्वस्त किया कि जो भी इसमें दोषी हैं उनपर कार्रवाई होगी. इतना सुने के बाद सभी किसान शांत हुए. तब जाकर अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
कृषि मंत्री ने किसानों से माफी मांगी: दोबारा जब समागम शुरू हुआ तो मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कृषि मंत्री कुमार सर्वजीज ने किसानों से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि किसानों को बेहतर भोजन थोड़ी देर में उपलब्ध कराया जाएगा. इसकी व्यवस्था की जा रही है. जो गलती हुई है उसके लिए जो भी अधिकारी दोषी हैं उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. जिसके बाद किसानों ने ताली बजाकर स्वागत किया.
महिला किसानों ने कहा-सुबह से भूखे बैठे हैं: भोजपुर से आयी महिला किसानों की टोली ने बताया कि खाना बहुत घटिया था. किसान आरती सिंह ने कहा कि वह भोजपुर जिला से सुबह 6:00 बजे से यहां पहुंची हुई हैं. सुबह से भूखे बैठे हैं. खाना का व्यवस्था बहुत खराब था. चावल और दाल बासी था. खाना का जो पैकेट दिया गया उसमें दुर्गंध आ रही थी. रोटी भी बासी था. किसान धीरज कुमार ने कहा कि उन्होंने खाना को फेंक दिया है, क्योंकि खाना खाने योग्य नहीं था. उसमें दुर्गंध आ रही थी.
घटिया खाना परोसा गया : वैशाली के जिले से आई किसानों की टोली से महिला किसान ने कहा कि यहां उन लोगों को अपमानित किया गया है. सरकार उन्हें अन्नदाता कहती है और यहां उन्हें इतना घटिया खाना खिलाया गया है. उन्होंने खाने का पैकेट को खोला तो उसमें से दुर्गंध आ रही थी और वह खाने के पैकेट को फेंक दी है. बहुत अनाज बर्बाद हुआ है और इस बात का उन्हें दुख लग रहा है.
250 प्रति प्लेट की दर से आया था खाना: कुछ किसानों ने बताया कि विभाग की ओर से जानकारी मिली कि 250 प्रति प्लेट के दर से खाने का पैकेट आया था. इतना घटिया खिलाकर किसानों को अपमानित किया गया है. लगभग सभी किसानों ने खाना को फेंका दिया है. भूखे होने के कारण कुछ किसानों ने खाना खाया है. जिन लोगों ने खाना खाया है उन्हें फूड प्वाइजनिंग होने का डर है.