पटनाः कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन में देश भर में बेरोजगारों की संख्या बढ़ गई है. लाखों की संख्या में प्रवासी बिहार वापस लौट आए, जिन्हें सरकार ने रोजगार देने की बात तो कही, लेकिन इसे पूरा नहीं कर पाई. इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. साथ ही राज्य में सरकार के प्रति युवाओं की नाराजगी भी बढ़ती जा रही है.
सोशल मीडिया और पोस्टर के जरिए हमला
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में विपक्ष कोरोना, बाढ़ के साथ बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने में लगा हुआ है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोशल मीडिया और पोस्टर के जरिए सरकार पर वार कर रहे हैं. राज्य के अधिकांश युवा भी बढ़ती बेरोजगारी के बीच सरकार बदलने की बात कर रहे हैं. वहीं, कुछ युवाओं को सरकार से अब भी उम्मीद है.
'पांच साल में बदलनी चाहिए सरकार'
युवाओं का कहना है कि नीतीश कुमार के 15 साल के शासन को हम लोग देख चुके हैं. इस दौरान बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में हमें दूसरे उम्मीदवारों को मौका देना चाहिए. एक युवा ने कहा कि हर पांच साल में सरकार बदलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में वे किसी युवा नेता को वोट देंगे.
बेरोजगारी भत्ता और मुद्रा योजना
युवाओं के बीच समय से फॉर्म न आना, परीक्षा और रिजल्ट में देरी के कारण भी नाराजगी देखने को मिल रही है. उनका कहना है कि चुनाव के नतीजे आने के बाद सरकार जनता को भूल जाती है. वहीं, कुछ युवाओं का मानना है कि सरकार की तरफ से युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता और मुद्रा योजना जैसी पहल की गई है. इसे देखते हुए सरकार बदलने की जरूरत नहीं है.
सरकार के प्रति नाराजगी
बता दें कि सरकार के लिए बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. आगामी विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे भुनाने में लगा हुआ है. वहीं, युवाओं में भी सरकार के प्रति नाराजगी देखी जा रही है. ऐसे में सरकार का बेरोजगार युवाओं के प्रति रवैया देखने वाली बात होगी.