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Patna News: आंध्र प्रदेश और चेन्नई के आमों से सजा पटना का बाजार, दूधिया मालदह के लिए करना होगा थोड़ा इंतजार

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Published : Apr 20, 2023, 5:18 PM IST

बिहार में अभी आम तैयार नहीं हुए हैं लेकिन फिर भी लोग आम का खूब मजा ले रहे हैं. तरह-तरह की वैरायटी के आम देख लोगों के मुंह में पानी आ रहा है. ये आम बिहार के नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश और चेन्नई के हैं. पटना के बाजारों में साउथ के मैंगो की भरमार है. हालांकि पूरे देश में अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध दूधिया मालदह के लिए लोगों को एक महीने का इंतजार करना पड़ेगा.

Mangoes from Andhra Pradesh in patna
Mangoes from Andhra Pradesh in patna
आंध्र प्रदेश और चेन्नई से आम पहुंचे बिहार

पटना: आम हर किसी को पसंद होता है. इसका स्वाद लेने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. गर्मी शुरू होते ही आमों का बाजार भी सज जाता है. बिहार में भी आम का बाजार सज चुका है. यहां आंध्र प्रदेश और चेन्नई से आम मंगवाए गए हैं. लेकिन जिस आम का मजा लेने के लिए लोग बेताब हैं उसके लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल आम की टेस्टी वैरायटी में से एक दूधिया मालदह का लोगों को इंतजार रहता है लेकिन अभी इसके लिए एक महीने का इंतजार करना होगा.

पढ़ें- देशभर में मशहूर है मुंगेर का दूधिया मालदह आम, खाते ही कह उठेंगे 'वन मैंगो मोर'

आंध्र प्रदेश और चेन्नई के आम पहुंचे बिहार: अपने स्वाद के लिए दूधिया मालदह पूरे देश में जाना जाता है. फिलहाल बिहार में यह आम नहीं पहुंचा है. उम्मीद की जा रही है कि जून तक दूधिया मालदह की खुशबू बिहार में फैल जाएगी. फिलहाल पटना के बाजारों में आंध्र प्रदेश और चेन्नई के जिन आमों की मांग ज्यादा हो रही है उनमें गुलाब खास, मिठुआ, हापुस प्रमुख हैं.

इन आमों की मांग ज्यादा: फिलहाल सबसे ज्यादा डिमांड गुलाब खास आम की है. इसके साथ ही हापुस आम भी चुनिंदा दुकानों पर मौजूद हैं. इसकी कीमत ज्यादा होने के कारण कम ही लोग इसे खरीद पाते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने आयकर गोलंबर चौराहे के साथ-साथ फलों की मंडी का जायजा लिया. मंडी में अभी साउथ से आने वाली हापुस , गुलाब खास, मिठुआ मेन हैं. इन वैरायटी के आमों की अच्छी डिमांड है. वहीं आम की बिक्री से दुकानदार भी खुश हैं. वहीं आम के शौकीन भी तरह-तरह के आम देखकर काफी खुश हैं.

"फरवरी के समय से ही राजधानी में साउथ के आम बिक रहे हैं. 12 महीने यहां पर आम मिलते हैं. गुलाब खास 200 रुपए किलो है जबकी मिठुआ 140- 160 रु किलो है. हापुस सबसे महंगा है. ये दर्जन से बिकता है. 1200-1400 रु दर्जन बिक रहा है. मार्च में इसकी कीमत 1600 से 2000 रु दर्जन थी. अभी दाम कुछ कम हुआ है. हापुस पकने के बाद 1 हफ्ते तक रखने के बाद भी खराब नहीं होता है. हापुस रत्नागिरी महाराष्ट्र के आसपास के इलाकों से आता है."- अरुण कुमार, दुकानदार

"मिठुआ, मालदा ,गुलाब खास दुकान पर मौजूद हैं. अल्फांसो 1400 रु दर्जन है. एक पीस दो पीस नहीं बेचा जाता है. कम से कम आधा दर्जन खरीदारी करनी पड़ती है तो कार्टून खुलता है. एक कार्टून में 12 पीस होता है. अभी अल्फांसो की डिमांड कम है लेकिन उम्मीद है कि इस महीने के बाद लग्न शुरू होने के साथ इसकी डिमांड बढ़ेगी."- चितरंजन कुमार, दुकानदार

वहीं ग्राहक जितेंद्र नाथ ने आयकर गोलंबर पर आम की खरीदारी कि उनसे हमने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि

हम गुलाब खास की खरीदारी किए हैं. यह बहुत मीठा होता है. इसमें रस भी ज्यादा होता है .पहले थोड़ी सी क्वालिटी में कमी थी लेकिन अब अच्छी क्वालिटी के आम आ रहे हैं. मैं आम का बहुत ही शौकीन हूं इसलिए आम की खरीदारी कर रहा हूं.- जितेंद्र नाथ,ग्राहक

"मैं आम खरीदने के लिए पहुंचा हूं क्योंकि गर्मी के दिनों में खाना चाहिए. सीजन फल तो बिल्कुल ही खाना चाहिए. गुलाब खास आम काफी अच्छा है. भले ही दाम ज्यादा है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है."- सुधांश शेखर,ग्राहक

आंध्र प्रदेश और चेन्नई से आम पहुंचे बिहार

पटना: आम हर किसी को पसंद होता है. इसका स्वाद लेने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. गर्मी शुरू होते ही आमों का बाजार भी सज जाता है. बिहार में भी आम का बाजार सज चुका है. यहां आंध्र प्रदेश और चेन्नई से आम मंगवाए गए हैं. लेकिन जिस आम का मजा लेने के लिए लोग बेताब हैं उसके लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल आम की टेस्टी वैरायटी में से एक दूधिया मालदह का लोगों को इंतजार रहता है लेकिन अभी इसके लिए एक महीने का इंतजार करना होगा.

पढ़ें- देशभर में मशहूर है मुंगेर का दूधिया मालदह आम, खाते ही कह उठेंगे 'वन मैंगो मोर'

आंध्र प्रदेश और चेन्नई के आम पहुंचे बिहार: अपने स्वाद के लिए दूधिया मालदह पूरे देश में जाना जाता है. फिलहाल बिहार में यह आम नहीं पहुंचा है. उम्मीद की जा रही है कि जून तक दूधिया मालदह की खुशबू बिहार में फैल जाएगी. फिलहाल पटना के बाजारों में आंध्र प्रदेश और चेन्नई के जिन आमों की मांग ज्यादा हो रही है उनमें गुलाब खास, मिठुआ, हापुस प्रमुख हैं.

इन आमों की मांग ज्यादा: फिलहाल सबसे ज्यादा डिमांड गुलाब खास आम की है. इसके साथ ही हापुस आम भी चुनिंदा दुकानों पर मौजूद हैं. इसकी कीमत ज्यादा होने के कारण कम ही लोग इसे खरीद पाते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने आयकर गोलंबर चौराहे के साथ-साथ फलों की मंडी का जायजा लिया. मंडी में अभी साउथ से आने वाली हापुस , गुलाब खास, मिठुआ मेन हैं. इन वैरायटी के आमों की अच्छी डिमांड है. वहीं आम की बिक्री से दुकानदार भी खुश हैं. वहीं आम के शौकीन भी तरह-तरह के आम देखकर काफी खुश हैं.

"फरवरी के समय से ही राजधानी में साउथ के आम बिक रहे हैं. 12 महीने यहां पर आम मिलते हैं. गुलाब खास 200 रुपए किलो है जबकी मिठुआ 140- 160 रु किलो है. हापुस सबसे महंगा है. ये दर्जन से बिकता है. 1200-1400 रु दर्जन बिक रहा है. मार्च में इसकी कीमत 1600 से 2000 रु दर्जन थी. अभी दाम कुछ कम हुआ है. हापुस पकने के बाद 1 हफ्ते तक रखने के बाद भी खराब नहीं होता है. हापुस रत्नागिरी महाराष्ट्र के आसपास के इलाकों से आता है."- अरुण कुमार, दुकानदार

"मिठुआ, मालदा ,गुलाब खास दुकान पर मौजूद हैं. अल्फांसो 1400 रु दर्जन है. एक पीस दो पीस नहीं बेचा जाता है. कम से कम आधा दर्जन खरीदारी करनी पड़ती है तो कार्टून खुलता है. एक कार्टून में 12 पीस होता है. अभी अल्फांसो की डिमांड कम है लेकिन उम्मीद है कि इस महीने के बाद लग्न शुरू होने के साथ इसकी डिमांड बढ़ेगी."- चितरंजन कुमार, दुकानदार

वहीं ग्राहक जितेंद्र नाथ ने आयकर गोलंबर पर आम की खरीदारी कि उनसे हमने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि

हम गुलाब खास की खरीदारी किए हैं. यह बहुत मीठा होता है. इसमें रस भी ज्यादा होता है .पहले थोड़ी सी क्वालिटी में कमी थी लेकिन अब अच्छी क्वालिटी के आम आ रहे हैं. मैं आम का बहुत ही शौकीन हूं इसलिए आम की खरीदारी कर रहा हूं.- जितेंद्र नाथ,ग्राहक

"मैं आम खरीदने के लिए पहुंचा हूं क्योंकि गर्मी के दिनों में खाना चाहिए. सीजन फल तो बिल्कुल ही खाना चाहिए. गुलाब खास आम काफी अच्छा है. भले ही दाम ज्यादा है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है."- सुधांश शेखर,ग्राहक

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