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मुश्किल में छोटे सरकार! अनंत सिंह से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला

बाहुबली अनंत सिंह की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. कांग्रेस ने अनंत सिंह से पल्ला झाड़ लिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि अनंत सिंह कांग्रेस से कभी विधायक नहीं रहे हैं.

कांग्रेस ने छोड़ा अनंत सिंह का हाथ
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Published : Aug 7, 2019, 1:47 PM IST

पटना: मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह चारों तरफ से घिरने लगे हैं. कानूनी शिकंजे में फंसते दिख रहे बाहुबली का साथ कांग्रेस ने भी छोड़ दिया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि अनंत सिंह मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं, न कि कांग्रेस के विधायक.

मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह पर लगातार कानून का शिकंजा कसता जा रहा है. जबकि कांग्रेस भी उनसे दूरी बनाना शुरू कर चुकी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने इस संबंध में ईटीवी से बातचीत की. इस क्रम में झा ने स्पष्ट किया कि अनंत सिंह उनकी पार्टी से कभी भी विधायक नहीं रहे हैं. पहले जेडीयू से थे. वर्तमान में मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं. सत्तापक्ष से उनका नजदीकी संबंध रहा है. सत्तापक्ष के साथ उनकी क्या दिक्कत है, वो ही बता सकते हैं. इससे कांग्रेस का कोई लेनादेना नहीं है.

anant singh
बाहुबली विधायक अनंत सिंह

ऑडियो टेप वायरल होने से बढ़ी मुश्किलें
जेडीयू से बाहर होने के बाद से ही समय-समय पर कानून का शिकंजा बाहुबली विधायक के ऊपर कसता जा रहा है. ऑडियो टेप और खनन विभाग के बकाया को लेकर विधायक मुश्किल में हैं. दरअसल भोला सिंह और उनके भाई के मर्डर की योजना का ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें कुल आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई. इसमें अनंत सिंह का भी नाम शामिल है. विधायक पुलिस मुख्यालय में अपना व्यॉस सैंपल भी दे चुके हैं. इस घटनाक्रम के बाद
विधायक का कांग्रेस से साथ छूटता दिख रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मदन मोहन झा

ललन सिंह से शिकस्त खा चुके हैं अनंत सिंह
गौरतलब है कि जेल से बाहर निकलने के बाद अनंत सिंह कई बार सीएम से संपर्क साधने की कोशिश की थी. लेकिन समझौता नहीं होने के कारण कांग्रेस के टिकट पर पत्नी को मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ाया. जहां जेडीयू के वरीय नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से हार का सामना करना पड़ा था.

पटना: मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह चारों तरफ से घिरने लगे हैं. कानूनी शिकंजे में फंसते दिख रहे बाहुबली का साथ कांग्रेस ने भी छोड़ दिया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि अनंत सिंह मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं, न कि कांग्रेस के विधायक.

मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह पर लगातार कानून का शिकंजा कसता जा रहा है. जबकि कांग्रेस भी उनसे दूरी बनाना शुरू कर चुकी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने इस संबंध में ईटीवी से बातचीत की. इस क्रम में झा ने स्पष्ट किया कि अनंत सिंह उनकी पार्टी से कभी भी विधायक नहीं रहे हैं. पहले जेडीयू से थे. वर्तमान में मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं. सत्तापक्ष से उनका नजदीकी संबंध रहा है. सत्तापक्ष के साथ उनकी क्या दिक्कत है, वो ही बता सकते हैं. इससे कांग्रेस का कोई लेनादेना नहीं है.

anant singh
बाहुबली विधायक अनंत सिंह

ऑडियो टेप वायरल होने से बढ़ी मुश्किलें
जेडीयू से बाहर होने के बाद से ही समय-समय पर कानून का शिकंजा बाहुबली विधायक के ऊपर कसता जा रहा है. ऑडियो टेप और खनन विभाग के बकाया को लेकर विधायक मुश्किल में हैं. दरअसल भोला सिंह और उनके भाई के मर्डर की योजना का ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें कुल आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई. इसमें अनंत सिंह का भी नाम शामिल है. विधायक पुलिस मुख्यालय में अपना व्यॉस सैंपल भी दे चुके हैं. इस घटनाक्रम के बाद
विधायक का कांग्रेस से साथ छूटता दिख रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मदन मोहन झा

ललन सिंह से शिकस्त खा चुके हैं अनंत सिंह
गौरतलब है कि जेल से बाहर निकलने के बाद अनंत सिंह कई बार सीएम से संपर्क साधने की कोशिश की थी. लेकिन समझौता नहीं होने के कारण कांग्रेस के टिकट पर पत्नी को मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ाया. जहां जेडीयू के वरीय नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से हार का सामना करना पड़ा था.

Intro:मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह चारों तरफ से घिरने लगे हैं। एक और जहां एक के बाद एक मामलों में वे कानून के शिकंजे में फंसते दिख रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने उनसे पल्ला झाड़ लिया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा कहते हैं कि अनंत सिंह मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं और वे कभी भी कांग्रेस के विधायक नहीं रहे हैं।


Body:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के बयान से साफ जाहिर हो रहा है, कि कांग्रेस अपने साथ अनंत सिंह को जोड़ना चाहती है। दरअसल जेल से बाहर निकलने के बाद अनंत सिंह कई बार नीतीश कुमार के संपर्क में जाने की कोशिश की थी। लेकिन समझौता नहीं होने के कारण वे 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया था।
इसके लिए वे कई राजनीतिक घराना का दरवाजा भी खटखटाया। आखिर में अनंत सिंह के नाम पर नहीं उनकी पत्नी के नाम पर कांग्रेस ने मुंगेर का टिकट दिया था।


Conclusion:जेडीयू से बाहर होने के बाद से ही समय-समय पर कानून का शिकंजा बाहुबली विधायक के ऊपर कसता रहा है। एक बार फिर ऑडियो टेप और खनन विभाग के बकाया को लेकर कानून का चाबुक विधायक पर चल रहा है।
इन मामलों पर कांग्रेस से सवाल पूछने पर कोई भी नेता अनंत सिंह का साथ देता नहीं दिखता है।
प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा तो यहां तक कहते हैं कि अनंत सिंह खुद कह चुके हैं कि वे निर्दलीय विधायक है। फिर कांग्रेस से बार-बार आनंद सिंह के झूलों की खबर क्यों उठती है?
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