पटना: गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल रैली को संबोधित किया. बीजेपी की इस रैली को ‘बिहार जनसंवाद रैली' नाम दिया गया. इस रैली के लिए मंच का निर्माण किया गया था. जहां बीजेपी की कई दिग्गज नेता शामिल हुए. शुरुआत में बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए संबोधन किया. इसके बाद अमित शाह ने रैली को संबोधित किया. शाह ने वर्चुअल रैली को कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शामिल लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाने का जरिया बताया.
कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद
गृह मंत्री अमित शाह ने रैली की शुरुआत में कोरोना वायरस के कारण जिंदगी की जंग हारे लोगों को नमन किया, साथ ही उन्होंने कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले बिहार के नेताओं को भी अपनी श्रद्धांजली दी. शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों ने इस रैली को चुनावी रैली बताया है, लेकिन उन वक्रदृष्टा लोगों को बता दूं कि इस रैली का चुनाव से कहीं दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. ये रैली कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शामिल लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाने का जरिया है. उन करोड़ों लोगों की एकजुटता को सलाम करने का एक जरिया है, जो दिन-रात कोरोन वायरस के खिलाफ देश के लिए जंग लड़ रहे हैं.
बिहार की जनता को धन्यवाद
अमित शाह ने बिहार की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि यहां के लोगों ने हमेशा लोकतंत्र को मजबूत किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हमेशा ही गरीबों, दलितों के लिए काम करती है. शुरुआत से ही हमने इसका जिक्र किया है. विपक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा था कि उनकी सरकार चली गई लेकिन गरीबी रह गई. मैं बता दूं कि हमारी सरकार ने गरीबों और लाचारों के लिए काम किया. पीएम मोदी जो कहते हैं वो ही करते हैं. तभी हमने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की जिसके तहत 1 करोड़ भारतीयों ने निशुल्क चिकित्सा का लाभ उठाया.
केंद्र सरकार की उपलब्धताओं का जिक्र
केंद्र सरकार की उपलब्धताओं का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि गरीबों के लिए हमारी प्रतिबद्धता के लिए ही हमारी सरकार ने उज्जवला योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत 8 करोड़ परिवारों को एलपीजी योजना का लाभ मिला. शाह ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य है कि आजादी की 75वीं सालगिरह तक देश के सभी लोगों के पास अपन घर हो.
देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करती. घुसपैठियों को हम मुह-तोड़ जवाब देते हैं. पहले का जमाना नहीं रहा कि दुश्मन हमारे देश के साथ कुछ भी कर जाए और हम चुप बैठे रहे. पुलवामा जैसी घटनाओं क जवाब हमने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से दिया. ये पीएम मोदी की रणनीतियों का ही नतीजा है कि विश्व में अमेरिका और इजरायल के बाद सीमाओं की सुरक्षा में सक्षम देशों में भारत का नाम जुड़ा. इसके अलावा धारा 370, आर्टिकल 35ए हटाकर कश्मीर को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ा गया. राम-मंदिर का निर्माण का रास्ता साफ किया.ट्रिपल तलाक को लेकर सरकार ने अहम फैसला लिया. इसके अलावा सीएए, कॉमन सिविल कोड जैसे प्रावधानों के तहत देश को एकजुटता का संदेश दिया. हमारी सरकार ने ही सेना में वन रैंक-वन पेंशन लागू किया.
बिहार के प्रवासी मजदूरों को धन्यवाद
कोरोना वायरस के दौरान राहत और बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए अमित शाह ने कहा कि विभिन्न राज्यों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए गए. इस राशि का इस्तेामाल प्रवासी मजदूरों की देखभाल के लिए किया गया. हालात सामान्य होने पर ट्रेन-बस के जरिए सवा करोड़ मजदूरों को सकुशल उनके घर भेजा गया. गृह मंत्री ने बिहार के प्रवासी मजदूरों को धन्यवाद दिया और कहा कि विकसित राज्यों की विकास गाथा में मेरे बिहारी मजदूर भाईयों की मेहनत है. इनके विकास की तस्वीरों में बिहार के प्रवासी मजदूरों के पसीने की महक है.
विपक्ष पर भी तंज
अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्ष पर भी खूब तंज कसा. उन्होंने विपक्ष को वक्रदृष्टा की संज्ञा देते हुए सवालिया लहजे में कहा कि विपक्ष ने अपने समय में विपदाओं से निपटने के लिए क्या किया. हमारी सरकार ने देश भर की जनता के लिए एक राशन कार्ड की व्यवस्था की. शाह ने कहा कि बिहार सरकार को दिल से धन्यवाद, कोरोना वायरस से जंग में अभूतपूर्व काम किया. बिहार जैसे पिछड़े राज्य ने 8 हजार 538 करोड़ की राशि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के लिए खर्च की. साथ ही गृह मंत्री शाह ने 2015 में बिहार को दिए गए 125 करोड़ का भी हिसाब दिखाया. उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि काम नहीं होने के सबूत दिखाएं.