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CM के काफिले में घंटों फंसी रही एंबुलेंस, मीडिया कर्मियों की सूझबूझ से CLEAR हुआ रास्ता

बता दें कि जब भी कोई इमरजेंसी सेवा जा रही हो और उसी समय अगर कोई संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति जा रहे हों तो उन्हें रोककर इमरजेंसी सेवा को रास्ता दिया जाता है. लेकिन आज सीएम नीतीश के काफिले में इस नियम का पालन नहीं किया गया.

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Published : Jan 20, 2020, 3:22 PM IST

पटना: जहां एक तरफ नीतीश कुमार बिहार में पर्यावरण बचाने को लेकर पिछले दिनों सजग दिखे, वहीं दूसरी तरफ आज एक ऐसी तस्वीर सामने आई. जिसने नीतीश के प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया. बात पटना के इनकम टैक्स चौराहे की है, जहां नीतीश कुमार के काफिले के बीच एक एंबुलेंस फंस गई. अफसोस इस बात का था कि सीएम के काफिले ने जगह नहीं दी. जिसके बाद मीडिया कर्मियों ने बड़ी मुश्किल के बाद उस एंबुलेंस को बाहर निकलवाया.

महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने निकले थे CM
पूरा वाक्या उस वक्त का है जब मुख्यमंत्री नीतीश महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने अपने आवास से निकले थे. उस वक्त उनके काफिले को किल्यर रास्ता देने के लिए पूरे ट्रैफिक को रोका गया. उस जाम में एक एंबुलेंस भी इमरजेंसी की हालत में मरीज को लेकर फंसी रही लेकिन किसी भी सुरक्षाकर्मी या फिर पुलिसवाले की तरफ से उसे रास्ता नहीं दिया गया.

क्या कहता है नियम
बता दें कि जब भी कोई इमरजेंसी सेवा जा रही हो और उसी समय अगर कोई संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति जा रहे हों तो उन्हें रोककर इमरजेंसी सेवा को रास्ता दिया जाता है. लेकिन आज सीएम नीतीश के काफिले में इस नियम का पालन नहीं किया गया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

मीडिया कर्मियों की सूझबूझ से निकला एंबुलेंस
इनकम टैक्स चौराहे के पास जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिडिल स्कूल जा रहे थे तो वहां पर एंबुलेंस उनके काफिले के लिए इंतजार करता रहा. हालांकि, मीडिया कर्मियों की सूझबूझ के कारण उस एंबुलेंस को बाहर निकाला गया. जिसके बाद इमरजेंसी की हालत में मरीज फंसे मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया.

गौरतलब है कि जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के द्वारा पटना में महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया था. मुख्यमंत्री के साथ जेडीयू के कई मंत्री और कई विधायक भी यहां पहुंचे थे.

पटना: जहां एक तरफ नीतीश कुमार बिहार में पर्यावरण बचाने को लेकर पिछले दिनों सजग दिखे, वहीं दूसरी तरफ आज एक ऐसी तस्वीर सामने आई. जिसने नीतीश के प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया. बात पटना के इनकम टैक्स चौराहे की है, जहां नीतीश कुमार के काफिले के बीच एक एंबुलेंस फंस गई. अफसोस इस बात का था कि सीएम के काफिले ने जगह नहीं दी. जिसके बाद मीडिया कर्मियों ने बड़ी मुश्किल के बाद उस एंबुलेंस को बाहर निकलवाया.

महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने निकले थे CM
पूरा वाक्या उस वक्त का है जब मुख्यमंत्री नीतीश महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने अपने आवास से निकले थे. उस वक्त उनके काफिले को किल्यर रास्ता देने के लिए पूरे ट्रैफिक को रोका गया. उस जाम में एक एंबुलेंस भी इमरजेंसी की हालत में मरीज को लेकर फंसी रही लेकिन किसी भी सुरक्षाकर्मी या फिर पुलिसवाले की तरफ से उसे रास्ता नहीं दिया गया.

क्या कहता है नियम
बता दें कि जब भी कोई इमरजेंसी सेवा जा रही हो और उसी समय अगर कोई संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति जा रहे हों तो उन्हें रोककर इमरजेंसी सेवा को रास्ता दिया जाता है. लेकिन आज सीएम नीतीश के काफिले में इस नियम का पालन नहीं किया गया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

मीडिया कर्मियों की सूझबूझ से निकला एंबुलेंस
इनकम टैक्स चौराहे के पास जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिडिल स्कूल जा रहे थे तो वहां पर एंबुलेंस उनके काफिले के लिए इंतजार करता रहा. हालांकि, मीडिया कर्मियों की सूझबूझ के कारण उस एंबुलेंस को बाहर निकाला गया. जिसके बाद इमरजेंसी की हालत में मरीज फंसे मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया.

गौरतलब है कि जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के द्वारा पटना में महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया था. मुख्यमंत्री के साथ जेडीयू के कई मंत्री और कई विधायक भी यहां पहुंचे थे.

Intro:नीतीश कुमार के काफिले में आज इनकम टैक्स चौराहा के पास फंसा एंबुलेंस मीडिया कर्मियों के सूझबूझ से निकला एंबुलेंस सड़क पर लगी रही लंबी जाम--


Body:पटना-- राजधानी पटना में आज महाराणा प्रताप के पुण्यतिथि को लेकर स्मृति सभा का आयोजन मिलर हाई स्कूल के मैदान में किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शामिल होना था अपने निर्धारित समय से सीएम आवास से निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले को जाने के लिए ट्रैफिक को रोका गया उस ट्रॉफिक में ही एक एंबुलेंस इमरजेंसी मरीज को लेकर हॉस्पिटल जा रहा था इनकम टैक्स चौराहा पर फस गया लेकिन उस एंबुलेंस को निकालने के लिए कोई ट्रैफिक पुलिस या कोई सुरक्षाकर्मी नहीं आए बल्कि सभी सुरक्षाकर्मी सीएम के काफिले को गुजरने के लिए सड़क खाली करवा रहे थे। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि जब भी कोई इमरजेंसी सेवा जा रही हो उसी समय कोई संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति जा रहा हो तो उसे रोककर इमरजेंसी सेवा को जाने दिया जाता है लेकिन आज जो यह नजारा हम आपको दिखा रहे हैं इनकम टैक्स चौराहा का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब मिडिल स्कूल जा रहे थे तो वहां पर एंबुलेंस उनके काफिले के लिए इंतजार करता रहा था लेकिन मीडिया कर्मियों के सूझबूझ के चलते हैं उस एंबुलेंस को बाहर निकाला गया




Conclusion:हम आपको बता दें कि जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के द्वारा पटना में महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के लिए एक कार्यक्रम का किया था जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को आमंत्रण किया था मुख्यमंत्री के साथ जदयू के कई मंत्री और कई विधायक भी पहुंचे थे।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
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