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दानापुर बीआरसी के अमर जवान शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर किया गया याद - Martyr Major Unnikrishnan

पटना में बिहार रेजिमेंट के 28वें द्विवार्षिक सम्मेलन (28th Biennial Conference of Bihar Regiment) का आयोजन किया गया. इस खास मौके पर रेजिमेंट के सेवानिवृत मेजर जनरल डी मोहन, सेवानिवृत ब्रिगेडियर एके यादव समेत सैन्य अधिकारियों समेत रेजिमेंट के ट्रेनिंग बटालियन कमांडर कर्नल शिखर चतुर्वेद्वी, ले कर्नल विनीत कुमार समेत सैन्य अधिकारी मौजूद रहे. आगे पढ़ें पूरी खबर...

दानापुर बीआरसी के अमर जवान
दानापुर बीआरसी के अमर जवान
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Published : Nov 12, 2022, 10:30 AM IST

पटना: बिहार रेजिमेंट के 28वें द्विवार्षिक सम्मेलन (Bihar Regiment 28th Biennial Convention) और 14 पुनर्मिलन समारोह के मौके पर शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किया गया. शहीद स्मारक पर मेजर जनरल विशाल अग्रवाल और शहीद कर्नल बी संतोष की पत्नी बी संतोषी ने पुष्प अर्पित कर नमन किया. रेजीमेंट के शहीद कर्नल बी संतोष के नाम पर उनकी पत्नी ने उद्घाटन किया.

पढ़ें-गलवान घाटी हिंसा: दानापुर बीआरसी में शहीद जवानों को गई श्रद्धांजलि

मेजर उन्नीकृष्णन का परिवार भी रहा मौजूद: शहीद मेजर उन्नीकृष्णन (Martyr Major Unnikrishnan) के माता-पिता ने भी शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर नमन किया. जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी. पूर्व रेजिमेंट के ब्रिगेडियर आलोक खुराना, डिप्टी कमांडेट कर्नल गुरजीत सिंह रंधावा ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. मेजर जनरल मनोट नटराजन ने कहा कि कथनी से नहीं करनी रेजिमेंट 1941 लेकर आज तक दुश्मनों पर और देश के सरहद पर दबदबा बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी हमेशा आत्मविश्वास और बलिदान का प्रतीत बनी रहेगी.

"इतिहास साक्षी है कि बिहारी योद्धा हमेशा प्रतिकुल परिस्थितियों में अपनी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए सैदव अग्रणी रहे हैं. उन्होंने उम्मीद से बढ़कर परिणाम दिया है. हाल में ऑपरेशन श्री लेपर्ड के दौरान गलवान घाटी में तैनात 16 बिहार के कमान अधिकारी कर्नल बी संतोष बाबू ने चीनी सैनिकों से लड़ते हुए बहादुरी का परिचय दिया. उन्होंने चीनियों के नापाक मंसूबों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया और शहीद हो गए."- मनोट नटराजन, मेजर जनरल


शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर गेट: मेजर जनरल ने कहा कि गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक देश के लोगों के लिए प्ररेणा बन रहेंगे. उन्होंने कहा कि गलवान घाटी में शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर बने रेजिमेंट के गेट पर स्मृति गेट यादगार रहेगा. रेजिमेंट के जवानों को शहीद कर्नल बी संतोष बाबू देशभक्ति का जज्बा देंगे. रेजिमेंट के इस असाधारण उपलब्धि को जीवंत रूप तथा सैनिकों के लिए प्रेरणास्वरूप इस भव्य द्वार का नाम संतोष बाबू द्वार रखा गया है. जो रिकूट और सैनिकों में अपने रेजिमेंट के प्रति नाम, नमक और निशान और देशभक्ति की भावना का संचार करेगा. वहीं मौके पर रेजिमेंट के सेवानिवृत मेजर जनरल डी मोहन, सेवानिवृत ब्रिगेडियर एके यादव समेत सैन्य अधिकारियों समेत रेजिमेंट के ट्रेनिंग बटालियन कमांडर कर्नल शिखर चतुर्वेद्वी, ले कर्नल विनीत कुमार समेत सैन्य अधिकारी मौजूद रहे.

पढ़ें-सेना के जवान विकास कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, नम आंखों से लोगों ने दी विदाई

पटना: बिहार रेजिमेंट के 28वें द्विवार्षिक सम्मेलन (Bihar Regiment 28th Biennial Convention) और 14 पुनर्मिलन समारोह के मौके पर शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किया गया. शहीद स्मारक पर मेजर जनरल विशाल अग्रवाल और शहीद कर्नल बी संतोष की पत्नी बी संतोषी ने पुष्प अर्पित कर नमन किया. रेजीमेंट के शहीद कर्नल बी संतोष के नाम पर उनकी पत्नी ने उद्घाटन किया.

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मेजर उन्नीकृष्णन का परिवार भी रहा मौजूद: शहीद मेजर उन्नीकृष्णन (Martyr Major Unnikrishnan) के माता-पिता ने भी शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर नमन किया. जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी. पूर्व रेजिमेंट के ब्रिगेडियर आलोक खुराना, डिप्टी कमांडेट कर्नल गुरजीत सिंह रंधावा ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. मेजर जनरल मनोट नटराजन ने कहा कि कथनी से नहीं करनी रेजिमेंट 1941 लेकर आज तक दुश्मनों पर और देश के सरहद पर दबदबा बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी हमेशा आत्मविश्वास और बलिदान का प्रतीत बनी रहेगी.

"इतिहास साक्षी है कि बिहारी योद्धा हमेशा प्रतिकुल परिस्थितियों में अपनी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए सैदव अग्रणी रहे हैं. उन्होंने उम्मीद से बढ़कर परिणाम दिया है. हाल में ऑपरेशन श्री लेपर्ड के दौरान गलवान घाटी में तैनात 16 बिहार के कमान अधिकारी कर्नल बी संतोष बाबू ने चीनी सैनिकों से लड़ते हुए बहादुरी का परिचय दिया. उन्होंने चीनियों के नापाक मंसूबों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया और शहीद हो गए."- मनोट नटराजन, मेजर जनरल


शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर गेट: मेजर जनरल ने कहा कि गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक देश के लोगों के लिए प्ररेणा बन रहेंगे. उन्होंने कहा कि गलवान घाटी में शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के नाम पर बने रेजिमेंट के गेट पर स्मृति गेट यादगार रहेगा. रेजिमेंट के जवानों को शहीद कर्नल बी संतोष बाबू देशभक्ति का जज्बा देंगे. रेजिमेंट के इस असाधारण उपलब्धि को जीवंत रूप तथा सैनिकों के लिए प्रेरणास्वरूप इस भव्य द्वार का नाम संतोष बाबू द्वार रखा गया है. जो रिकूट और सैनिकों में अपने रेजिमेंट के प्रति नाम, नमक और निशान और देशभक्ति की भावना का संचार करेगा. वहीं मौके पर रेजिमेंट के सेवानिवृत मेजर जनरल डी मोहन, सेवानिवृत ब्रिगेडियर एके यादव समेत सैन्य अधिकारियों समेत रेजिमेंट के ट्रेनिंग बटालियन कमांडर कर्नल शिखर चतुर्वेद्वी, ले कर्नल विनीत कुमार समेत सैन्य अधिकारी मौजूद रहे.

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