पटनाः राजधानी स्थित धरना स्थल गर्दनीबाग में 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे अखिल भारतीय किसान महासभा ने शुक्रवार को अपने धरने को समाप्त किया. धरने पर बैठे नेताओं ने बताया कि बिहार में आगामी रणनीति बन चुकी है. इसलिए इस धरने को 9 दिनों के बाद समाप्त किया गया.
'किसानों की मांग जायज'
भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने बताया कि दिल्ली में किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. बावजूद इसके सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है. किसानों की मांग बिल्कुल जायज है और यह सिर्फ किसानों का मुद्दा नहीं बल्कि देश के हर एक नागरिक का मुद्दा है. अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले आंदोलन के शुरुआती दिनों से ही किसानों के साथ खड़ा है और आगे भी रहेगा. बिहार में आंदोलन को तेज करने के लिए रणनीति बना दी गई है. इसलिए धरना को समाप्त किया गया.
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जरूरत पड़ी तो करेंगे दिल्ली कूच
विधायक ने कहा कि बिहार में विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए किसान आंदोलन को तेज किया जाएगा और सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि सरकार जल्द से जल्द किसानों की मांगों को माने और तीनों नए कानूनों को रद्द करें. साथ ही बिजली बिल अधिनियम 2020 को वापस ले. सरकार के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है. दिल्ली में चल रहा है किसान आंदोलन के समर्थन के लिए आगामी 18 जनवरी को महिला किसान के द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा. 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर मार्च के समर्थन में पूरे राज्य में मशाल जुलूस निकालेंगे. जरूरत पड़ी तो हम दिल्ली भी कूच करेंगे और बिहार से दिल्ली तक ट्रैक्टर मार्च किया जाएगा.