पटना: करीब 100 दिन बाद आज से बिहार में इंटर और ग्रेजुएशन की पढ़ाई शुरू हो रही है. अनलॉक 4 (Unlock-4) के तहत सरकार (Bihar Government) ने बीते दिनों कॉलेजों और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को 50% उपस्थिति के साथ क्लासेज खोलने की अनुमति दे दी थी. ऐसे में आज से प्रदेश के सभी कॉलेज और सीनियर सेकेंडरी स्कूल (College And Senior Secondary School) के क्लासेज खुल रहे हैं. पहले दिन सभी क्लास के 50% छात्रों को ही बुलाया गया है.
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राजधानी पटना के सभी महाविद्यालय और सीनियर सेकेंडरी के क्लासेज ओपन होने को लेकर कोरोना संबंधी तमाम एसओपी की तैयारी पूरी कर ली गई है. एंट्रेंस गेट पर सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जानी है. सभी छात्रों के लिए मास्क अनिवार्य रखा गया है. लंबे समय के बाद स्कूल कॉलेजों में आज से रौनक दिखेगी. इन सबके बीच प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कक्षा एक से दसवीं तक के स्कूल खोलने की मांग सरकार से की है.
कोरोना की दूसरी लहर की वजह से अप्रैल के पहले हफ्ते से बंद बिहार के कक्षा 10 से ऊपर के स्कूल और कॉलेज आज से खुल रहे हैं. लेकिन कक्षा 1 से 10 तक के स्कूलों को अभी नहीं खोला गया है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए सरकार से कक्षा 1 से 10 तक के स्कूलों को खोलने की भी मांग की है. हालांकि सरकार ने पहले यह स्पष्ट किया था कि परिस्थितियों को देखते हुए 15 दिन बाद अन्य स्कूलों को खोलने पर फैसला होगा.
स्कूल खोलने की घोषणा के समय ही शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया था कि पहले कॉलेज खुलेंगे और उसके बाद हाई स्कूल खोलने पर विचार होगा और सबसे आखिर में प्राथमिक विद्यालय खोले जाएंगे. इन सबके बीच सभी स्कूल कॉलेजों को कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा. एक दिन में 50% से ज्यादा स्टूडेंट स्कूल नहीं आएंगे. सभी स्कूल कॉलेजों में सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना जरूरी है.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पांच जुलाई को क्राइसीस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद ट्वीट कर अनलॉक चार की घोषणा की थी. सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, 'कोरोना स्थिति की समीक्षा के बाद सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय को सामान्य रूप से खोलने का निर्णय लिया गया है. टीका प्राप्त आगंतुक कार्यालय में प्रवेश पा सकेंगे. विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकि शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, ग्यारहवीं एवं बारहवीं तक के विद्यालय 50% छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे.
मुख्यमंत्री ने आगे ट्वीट कर लिखा, 'शैक्षणिक संस्थानों के व्यस्क छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मियों के लिए टीकाकरण की विशेष व्यवस्था होगी. अभी भी सावधानी की जरूरत है'.
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वहीं सरकार के आदेश के मुताबिक किसी भी कॉलेज या विश्वविद्यालय में अभी किसी भी प्रकार की परीक्षा का आयोजन नहीं होगा. इन सब के बीच सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है.