पटना: कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान संगठनों का 8 दिसंबर को भारत बंद है. इस बंद को सफल बनाने के लिए बिहार में भी विपक्ष ने पूरी तैयारी कर ली है. राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ वाम दलों ने भी गांव-गांव तक इस बंद को सफल बनाने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को जुट जाने का निर्देश दिया है.
'यह बंद अभूतपूर्व होगा और इसमें विपक्ष के तमाम नेता सड़क पर उतरेंगे। राजद नेता ने कहा की किसानों की कमर तोड़ने वाले इस कानून को केंद्र सरकार को वापस लेना ही होगा'- मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, आरजेडी
'ये 70 सालों में विपक्ष का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक बंद होगा. जिसमें देश के 80 फ़ीसदी से ज्यादा किसान और आम लोग शामिल होंगे'- राजेश राठौर, कांग्रेस नेता
'पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पटना में राज्य कार्यालय में बुलाया गया है जहां से वे एक साथ निकलेंगे और 10:00 बजे डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन करेंगे'- चितरंजन गगन, वरिष्ठ नेता, राजद
राजद सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 8 दिसंबर को दिल्ली में किसान संगठनों के प्रदर्शन में राजद की दिल्ली इकाई के साथ शामिल होंगे. 9 दिसंबर को तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के तमाम बड़े नेता राष्ट्रपति से मिलकर कृषि कानून वापस लेने की मांग से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपेंगे.