अरवल: जिले के सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सह राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश पहले भाजपा का साथ छोड़े. उसके बाद कांग्रेस विचार कर सकती है. कांग्रेस के चुनाव प्रभारी अखिलेश सिंह ने कहा कि लगातार भाजपा के बड़े नेता नीतीश कुमार की आलोचना कर रहे हैं. इसके बावजूद नीतीश कुमार भाजपा के साथ क्यों जुड़े हुए हैं. यह सोच से परे है.
'दोनों घटक दल जिम्मेदारी से भाग रहे हैं'
कांग्रेस के दिग्गज नेता ने कहा कि इस मामले में निर्णय नीतीश कुमार को ही लेना है. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पटना में जलजमाव को लेकर सरकार ने कोई रोडमैप तैयार नहीं किया था. जिसकी वजह से पटना की बहुत बड़ी आबादी जलजमाव के विकराल रूप से त्रस्त हो गई है. कई लोगों का घर उजड़ गये हैं. लेकिन सरकार के दोनों घटक दल अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं.
'कोई रोडमैप तैयार नहीं किया गया'
अखिलेश सिंह ने कहा कि 14 वर्ष से नीतीश कुमार बिहार में शासन कर रहे हैं. लेकिन पटना में जल निकासी को लेकर कोई रोडमैप तैयार नहीं किया गया था. जिसका खामियाजा वहां के लोगों को भुगतना पड़ा. उन्होंने कहा कि पटना में जलजमाव को लेकर मैं भी एक पीड़ित पक्ष हूं. मेरा पाटलिपुत्र कॉलोनी में घर है. जिसमें 4 से 5 फीट पानी भर गया था.
'असहज महसूस कर रहे हैं नीतीश'
अखिलेश सिंह ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है. इसमें कोई किसी का स्थाई दुश्मन नहीं होता. यदि भाजपा को छोड़कर नीतीश कुमार मेरे साथ आने पर विचार करें, तो कांग्रेस उसका तहे दिल से स्वागत करेगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भी भाजपा के साथ काफी असहज महसूस कर रहे हैं. इसलिए उन्हें शीघ्र इस पर निर्णय लेना चाहिए.