पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू (Budget Session Of Bihar Legislative Assembly) हो गया है. सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा. एएमआईएमआई के विधायकों ने विधानसभा परिसर में जमकर प्रदर्शन किया. विधायकों ने कहा कि बिहार में जिस तरह से अल्पसंख्यकों पर अत्याचार पर रहा है, उससे ऐसा लगता है कि सरकार आरएसएस और बीजेपी के एजेंडे पर चल रही है.
एआईएमआईएम के विधायकों ने कहा कि कहीं ना कहीं ऐसा बिहार में हो रहा है, जो हम होने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं और उनकी सुरक्षा के बारे में सरकार सोच भी नहीं रही है. लगातार उनपर जुर्म हो रहा है. सरकार को ऐसे मामले पर सदन में जवाब देना होगा. एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमाम (AIMIM MLA Akhtarul Imam) ने कहा कि जिस तरह से सदन के सदस्य और बीजेपी विधायक ने अल्पसंख्यक को लेकर बयान दिया है, इसपर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए.
विधायक ने कहा कि बीजेपी विधायक के बयान पर मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि आखिर आरएसएस और बीजेपी के लोग बिहार में क्या करना चाहते हैं. वे विधानसभा अध्यक्ष से भी मांग करते हैं कि सदन में ऐसे सदस्य के उपर कार्रवाई की जानी चाहिए, जो जातीय और धार्मिक उन्माद फैला रहे हैं. विधायक ने कहा कि वे लोग इस मुद्दे को लेकर सरकार को सदन में घेरेंगे और सरकार से पूछेंगे की उनकी मंशा क्या है, क्यों वो ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं.
बता दें कि बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने सरकार से बेतुकी मांग की है. उन्होंने अपनी मांग में कहा है कि देश से मुलसमानों की वोटिंग राइट खत्म की जानी चाहिए. विधानसभा में विधायक अख्तरुल इमान के राष्ट्रगीत न गाने पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की भारत को अफगानिस्तान बनाने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि ये जहां जाएंगे उस देश को अफगानिस्तान बना देंगे. उन्होंने मुसलमानों को मानवता का दुश्मन बताते हुए कहा कि इन लोगों को यहां से चले जाना चाहिए. ये हमारा देश है. हम इस देश में अपना एजेंडा चलाएंगे. उन्हें उनका देश दे दिया गया है. अब वो जाएं अपने देश में अपना एजेंडा चलाएं. यहां जो मुस्लामान रहेगें वो दूसरे दर्जे के नागरिक बनकर रहें.
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