पटनाः कृषि विभाग ने बिहार में लाइसेंस प्राप्त खाद विक्रेताओं पर बड़ी कार्रवाई की है. इसके तहत 265 खाद विक्रेताओं का लाइसेंस रद्द किया गया है. साथ ही 750 विक्रेताओं का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है. इन सब पर खाद बेचने में गड़बड़ी का आरोप है.
खाद बिक्री में गंभीर गड़बड़ी
कृषि निदेशक आदेश तितरमारे के अनुसार खाद बिक्री में गंभीर गड़बड़ी करने वाले 85 विक्रेताओं पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. वहीं 1050 विक्रेताओं से जवाब तलब भी किया गया है. उन्होंने बताया कि जनवरी के मौसम में सबसे ज्यादा खाद की डिमांड होती है. इसबार जनवरी में 2 लाख 20 टन खाद की जरूरत होगी. केंद्रीय आवंटन से 2 लाख 20 टन खाद बिहार में मिल चुका है. इसमें से 1 लाख 64 टन खाद विभिन्न जिले में भेज दिए गए हैं.
कालाबाजारी और तस्करी रोकने के लिए बनाई गई टीम
''किसानों के केंद्र पर पॉश मशीन से खाद खरीदने की व्यवस्था है. इसकी रशीद भी किसानों को दी जाएगी. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी होने पर खाद विक्रेताओं का लाइसेंस रद्द किया जा रहा है. सीमावर्ती जिलों में उर्वरक की कालाबाजारी और तस्करी रोकने के लिए भी विभाग ने टीम बनाई है. टीम इसे लेकर लगातार जांच कर रही है.'' - आदेश तितरमारे, कृषि निदेशक
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'किसानों के लिए खाद की व्यवस्था कर रहा कृषि विभाग'
कृषि निदेशक ने कहा कि किसानों को इस मौसम में कहीं से भी खाद की दिक्कत नहीं हो इसकी व्यवस्था कृषि विभाग कर रहा है. बता दें कि अभी रवि फसल का मौसम है. इसमें किसान ज्यादा मात्रा में खाद खरीदते हैं. कई जगहों से खाद की बिक्री में गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे थे. इसके बाद मुख्यालय स्तर पर जांच के लिए टीम के गठीत कर कार्रवाई की गई.