पटना: राज्य में वर्ष 2016 में पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बाद से कई उद्योगों पर संकट के आसार नजर आ रहे थे. विशेषज्ञों ने प्रमुख तौर पर पर्यटन और होटल उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका व्यक्त की थी. वहीं, इसके उलट बिहार सरकार के आंकड़े बताते हैं कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में हर साल न सिर्फ देसी बल्कि विदेशी पर्यटकों की संख्या भी लगातार बढ़ी है.
'शराबबंदी के बावजूद बढ़ी है पर्यटकों की संख्या'
बिहार के पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने दावा किया है कि हमारे पास काफी उत्साहवर्धक आंकड़े हैं. बिहार में पर्यटक शराब पीने नहीं बल्कि घूमने आते हैं. आंकड़े गवाह हैं शराबबंदी के बावजूद साल दर साल देसी और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है.
पर्यटन विभाग की ओर से जारी पर्यटकों की संख्या अग्रलिखित है -
वर्ष भारतीय पर्यटकों की संख्या
- 2016 - 2,85,16,127
- 2017 - 3,24,14,063
- 2018 - 3,36,67,777
- 2019 - 3,40,90,038
वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या
- 2016 - 10,10,531
- 2017 - 10,83,705
- 2018 - 10,87,971
- 2019 - 10,93,141
आंकड़ों के हिसाब से कहना गलत नहीं होगा कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में पर्यटन उद्योग पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है.