पटना: दीपावली खत्म होते ही छठ पूजा की शुरुआत हो गई है. जिसके लिए प्रशासनिक तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. आम लोगों की सुरक्षा के मद्देनदर बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarters) ने भी अपनी कमर कस ली है. बिहार पुलिस छठ महापर्व को देखते हुए सभी जिलों में अतिरिक्त दल बल के साथ उपस्थित रहेगी. ताकि किसी भी आपातकालिन स्थिति से तुरंत बचा जा सके. इस मुद्दे पर बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (Bihar Police Headquarters ADG Jitendra Singh Gangwar) ने विस्तृत जानकारी दी है. गौरतलब है कि कोरोना काल के खत्म होने के बाद इस साल ज्यादा भीड़ होने की संभावना है.
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छठ को लेकर प्रशासन तैयार: बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक छठ पूजा की सुरक्षा के मद्देनजर बिहार से सशस्त्र पुलिस की 18 और दंगा निरोधक के 12 कंपनियों को बिहार के विभिन्न जिलों में अतिरिक्त रूप से तैनात किया किया गया है. इसके अलावा ट्रेनिंग कर रहे हैं 2000 और पुलिस निरीक्षक और 34 डीएसपी को भी सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया जाएगा या इनके लिए ट्रेनिंग भी होगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि पटना और औरंगाबाद जिले के देव में छठ के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है. जिसे देखते हुए पटना जिला में 30 डीएसपी रैंक के पदाधिकारी और औरंगाबाद में डीएसपी रैंक के पदाधिकारी को अतरिक्त रूप से तैनात किया गया है.
खतरनाक घाटों को किया जाएगा चिन्हित : गंगा नदी में उफान को देखते हुए प्रशासन घाटों पर भी पुलिस बल तैनात कर रही है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से खतरनाक घाटों को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही साथ घाटों पर महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम और वॉच टावर कराने का निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय के अनुसार वर्दीधारी पुलिस कर्मियों के साथ साथ सिविल ड्रेस में भी घाटों पर पुलिस की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा गया दरभंगा सहित कई जिलों में 2800 से अधिक होमगार्ड के जवान की तैनाती को लेकर निर्देश दिया गया है.
घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम: छठ महापर्व के दौरान नदी किनारे घाटों पर सुरक्षा का विशेष इंतजाम रहेगा. आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि नदियों, तालाबों एवं घाटों पर श्रद्धालुओं, छठव्रतियों व परिजनों की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किया जाए. ताकि डूबने जैसी कोई घटना न हो. घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती के अलावा सुरक्षा की मानक संचालन प्रणाली का हर हाल में पालन करने का निर्देश दिया गया है. ताकि जान-माल का नुकसान न हो. इस मामले में आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल की तरफ से पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी गई है.
घाटों पर रहेगी चिकित्सा शिविर की व्यवस्था: राज्य में छठ महापर्व के दौरान विभिन्न जिलों के प्रमुख छठ घाटों पर चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएम और सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है. इसके तहत नदियों और तालाबों के घाटों के नजदीक अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाने के लिए पहले से ही जगह चिह्नित करने और शिविर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. चिकित्सा शिविर में चिकित्सक, पारा-मेडिकलकर्मी एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एंबुलेंस की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग ने स्थायी चिकित्सा शिविर व संबद्ध अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों, विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मी की टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं.
घाटों पर तैनात रहेंगे तैराक: छठ के दौरान सभी जिलों में तैराकों को प्रशिक्षित किया गया है. बाढ़ प्रवण जिलों में इन्फ्लैटेबेल मोटरबोट एवं देसी नाव उपलब्ध है. नदी घाटों पर प्रशिक्षित गोताखारों, तैराकों व बोट चालकों की प्रतिनियुक्ति लाइफ जैकेट/मोटरबोट/देसी नाव आदि के साथ की जाए. साथ ही आवश्यकतानुसार प्रशिक्षित गोताखारों की तैनाती नदी के भीतर भी की जाएगी. साथ ही निर्देश दिए गए है कि ऐसे गोताखारों को जैकेट भी दिए जाएं ताकि उनकी आसानी से पहचान हो सके. नहाय-खाय से लेकर सुबह के अर्घ्य देने तक निजी नावों के परिचालन पर रोक रहेगी. इसकी निगरानी मजिस्ट्रेट, पुलिसबल व चौकीदार के माध्यम से कराए जाने का निर्देश जारी किया गया है.
घाटों पर उचित रौशनी की व्यवस्था के निर्देश: छठ को लेकर निर्देश जारी किया है कि तालाबों/घाटों पर भीड़ को देखते हुए पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए. साथ ही ऐसे छठ घाटों के किनारे व रास्तों में पर्याप्त रोशनी की सुरक्षित तरीके से व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी आपातस्थिति से निपटा जा सके. कई जिलों को पूर्व में इमरजेंसी लाइटिंग सिस्टम उपलब्ध कराया गया है जिससे पर्याप्त रोशनी होती है. इसका उपयोग आपात स्थिति में छठ पर्व के अवसर पर घाटों पर किया जाना चाहिए. इसकी जांच पहले से ही कर ली जाए ताकि बिजली के करंट से दुर्घटना न हो.
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