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Saraswati Puja 2023 : सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक, संदेहास्पद सूचना देने के लिए टेलीफोन नंबर जारी

सरस्वती पूजा 2023 (Saraswati Puja 2023) को लेकर पटना में डीएम और एसएसपी ने अनुमंडलवार समीक्षा बैठक की. शांति पूर्ण तरीके से पूजा संपन्न कराने के लिए अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अपने स्तर से भी आवश्यकतानुसार प्रतिनियुक्ति करने का निदेश दिया गया है.

सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक
सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक
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Published : Jan 25, 2023, 7:46 AM IST

पटना: माघ शुक्लपक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी 2023 (Basant Panchami 2023) का पर्व होता है. इस दिन ज्ञान, विद्या और कला की देवी माता सरस्वती की पूजा-अराधना की जाती है. इस बार 26 जनवरी को बसंत पंचमी है. सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक हुई. इस दौरान पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि सरस्वती पूजा को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है. सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर और प्रतिबद्ध रहें. वहीं डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि विधि-व्यवस्था के मद्देनजर जिले में 33 स्थानों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ सशस्त्र बल और लाठी बल को भी लगाया गया है.

ये भी पढ़ें: Saraswati Puja 2023: सरस्वती पूजा पंडाल में डीजे बजाने वालों पर होगी कार्रवाई

सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक: समीक्षा बैठक में अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अपने स्तर से भी आवश्यकतानुसार प्रतिनियुक्ति करने का निदेश दिया गया है. डीएम और एसएसपी ने ने संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर दिनांक 26.01.2023 के पूर्वाह्न में निश्चित रूप से पहुंच जाएंगे और त्योहार के शांतिपूर्ण ढंग से समाप्ति तक मुस्तैद रहेंगे.

संवेदनशील इलाकों में पैदल फ्लैग मार्च: संवेदनशील इलाकों में पैदल फ्लैग मार्च करने के आदेश जारी करने के साथ होटल, लाॅज, हाॅस्टल की नियमित जांच करने, संदेहास्पद गतिविधियों पर लगातार नजर रखने और दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के साथ थानाध्यक्ष को भ्रमणशील रहने के आदेश जारी किए गए हैं. किसी भी परिस्थिति में बिना अनुज्ञप्ति की प्रतिमा/पंडाल की स्थापना/प्रतिमा जुलूस नहीं निकले, यह संबंधित थानाध्यक्ष की व्यक्तिगत जिम्मेवारी होगी. जुलूस अनुज्ञप्ति में निर्धारित शर्तों का पूरी दृढ़ता से अनुपालन कराने और सभी अनुमंडल पदाधिकारी के साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इस बात को ध्यान में रखने के दिशा निर्देश जारी किए हैं.

एसएसपी ने कहा कि किसी भी तरह की संदेहास्पद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष एवं आपात नम्बर सेवा 112 पर तुरंत देने का निर्देश जारी किया गया है. किसी भी प्रकार की संदेहास्पद सूचना 24x7 जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219234/2219810) और आपात नम्बर सेवा 112 पर तुरंत देने की लोगों से उन्होंने अपील की है. वहीं आकॉस्मिक स्थिति में पुलिस नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या/ मोबाईल नम्बर 2200105/100/9470001389 पर भी सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है.

मूर्ति विसर्जन को लेकर निर्देश: कृत्रिम तालाबों में ही मूर्तियों का विसर्जन सुनिश्चित करवाने के साथ साथ डीजे पर रोक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर 33 स्थानों पर 33 दण्डाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति रहने के साथ मूर्ति विसर्जन के दिन 10 नदी घाटों/तालाबों पर 20 दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त रहने का बैठक में दिशा-निर्देश जारी किया गया है. पूजा/मूर्ति विसर्जन के मौके पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की प्रतिनियुक्ति की गई है. साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 26 सुरक्षित दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है.

"किसी भी अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी होगी. थानाध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है. थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं"- डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना

पटना: माघ शुक्लपक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी 2023 (Basant Panchami 2023) का पर्व होता है. इस दिन ज्ञान, विद्या और कला की देवी माता सरस्वती की पूजा-अराधना की जाती है. इस बार 26 जनवरी को बसंत पंचमी है. सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक हुई. इस दौरान पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि सरस्वती पूजा को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है. सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर और प्रतिबद्ध रहें. वहीं डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि विधि-व्यवस्था के मद्देनजर जिले में 33 स्थानों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों के साथ सशस्त्र बल और लाठी बल को भी लगाया गया है.

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सरस्वती पूजा को लेकर पटना में प्रशासनिक बैठक: समीक्षा बैठक में अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अपने स्तर से भी आवश्यकतानुसार प्रतिनियुक्ति करने का निदेश दिया गया है. डीएम और एसएसपी ने ने संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर दिनांक 26.01.2023 के पूर्वाह्न में निश्चित रूप से पहुंच जाएंगे और त्योहार के शांतिपूर्ण ढंग से समाप्ति तक मुस्तैद रहेंगे.

संवेदनशील इलाकों में पैदल फ्लैग मार्च: संवेदनशील इलाकों में पैदल फ्लैग मार्च करने के आदेश जारी करने के साथ होटल, लाॅज, हाॅस्टल की नियमित जांच करने, संदेहास्पद गतिविधियों पर लगातार नजर रखने और दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के साथ थानाध्यक्ष को भ्रमणशील रहने के आदेश जारी किए गए हैं. किसी भी परिस्थिति में बिना अनुज्ञप्ति की प्रतिमा/पंडाल की स्थापना/प्रतिमा जुलूस नहीं निकले, यह संबंधित थानाध्यक्ष की व्यक्तिगत जिम्मेवारी होगी. जुलूस अनुज्ञप्ति में निर्धारित शर्तों का पूरी दृढ़ता से अनुपालन कराने और सभी अनुमंडल पदाधिकारी के साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इस बात को ध्यान में रखने के दिशा निर्देश जारी किए हैं.

एसएसपी ने कहा कि किसी भी तरह की संदेहास्पद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष एवं आपात नम्बर सेवा 112 पर तुरंत देने का निर्देश जारी किया गया है. किसी भी प्रकार की संदेहास्पद सूचना 24x7 जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219234/2219810) और आपात नम्बर सेवा 112 पर तुरंत देने की लोगों से उन्होंने अपील की है. वहीं आकॉस्मिक स्थिति में पुलिस नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या/ मोबाईल नम्बर 2200105/100/9470001389 पर भी सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है.

मूर्ति विसर्जन को लेकर निर्देश: कृत्रिम तालाबों में ही मूर्तियों का विसर्जन सुनिश्चित करवाने के साथ साथ डीजे पर रोक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर 33 स्थानों पर 33 दण्डाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति रहने के साथ मूर्ति विसर्जन के दिन 10 नदी घाटों/तालाबों पर 20 दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त रहने का बैठक में दिशा-निर्देश जारी किया गया है. पूजा/मूर्ति विसर्जन के मौके पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की प्रतिनियुक्ति की गई है. साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 26 सुरक्षित दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है.

"किसी भी अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी होगी. थानाध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है. थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं"- डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना

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