पटना(पालीगंज): बिहार में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agneepath scheme of central government) के विरोध में हुए प्रदर्शन और तोड़फोड़ के बाद प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पटना जिले के पालीगंज अनुमण्डल क्षेत्र में तोड़फोड़ और हंगामा को लेकर पालीगंज प्रशासन आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है. प्रशासन की टीम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो फुटेज और सीसीटीवी के आधार पर कई छात्रों की पहचान कर ली है. जिसके विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
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उपद्रवियों की पहचान में जुटा प्रशासन: पालीगंज अनुमंडला अधिकारी मुकेश कुमार और एएसपी अवधेश सरोज ने प्रदर्शनकारियों की पहचान को लेकर बिक्रम थाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि, कोचिंग संचालकों और अभिभावकों साथ बैठक की और आरोपियों की पहचान में सहयोग करने की अपील की. इसकी जानकारी देते हुए पालीगंज एएसपी अवधेश सरोज ने बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध में हुए पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में तोड़फोड़ और हंगामा को लेकर सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई छात्रों की पहचान की जा रही है और कईयों की पहचान कर ली गई है.
लोगों से सहयोग की अपील: बिहार बंद में पालीगंज क्षेत्र में शांतिपूर्ण तरीके से रहने के बाद एएसपी ने लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहार बंद के दौरान पालीगंज क्षेत्र में कोई भी बड़ी घटना या हंगामा नहीं हुआ. इसके लिए सभी अभिभावक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का काफी अहम रोल रहा है. एएसपी ने बताया कि दंगे में शामिल जो भी उपद्रवी छात्र हैं. जिनका फोटो प्रशासन के द्वारा जारी किया गया है. उसके बारे में जो भी लोग प्रशासन को बताएंगे उसके नाम गुप्त रखा जाएगा.
सूचना देने वाले का नाम रखा जाएगा गुप्त: एएसपी ने कहा कि जिसे भी जानकारी मिले, वह पालीगंज प्रशासन के सरकारी नंबर पर फोन कर पूरी जानकारी दे सकता है. इसके लिए प्रशासन की ओर से सहायता करने वाले लोगों को एक निश्चित पुरस्कार भी दिया जाएगा. उन्होंने आगे लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस तरह की घटना में कोई भी छात्र शामिल ना हो, नहीं तो उनका भविष्य खराब भी हो सकता है.
अग्निपथ योजना को लेकर छात्रों का विरोध: गौरतलब है कि अग्नीपथ योजना की आड़ में पालीगंज क्षेत्र में आक्रोशित छात्रों ने जमकर बवाल काटा था. यहां तक कि पालीगंज थाने की भी दो पुलिस वाहन सहित कई अन्य वाहनों को निशाना बनाते हुए आग के हवाले कर दिया था. जिसके बाद पालीगंज प्रशासन कार्रवाई में जुटी और कई लोगों की पहचान भी हो चुकी है. यहां तक की अग्नीपथ योजना की आड़ में उग्र छात्रों ने स्कूल वाहन को भी अपना निशाना बनाया. बिक्रम के अख्तियारपुर और मंझौली के अलावा अन्य इलाकों में भी कई वाहनों के शीशे तोड़ डाले थे.
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