पटना: धनरूआ के डुमरा गांव में महादलितों के घर तोड़े जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. भाकपा माले ने प्रशासन को आंदोलन की कड़ी चेतावनी दी है. माले विधायक गोपाल रविदास ने धनरूआ के डुमरा गांव में महादलितों के घर तोड़े जाने पर रोष व्यक्त किया है. वहीं, संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
यह भी पढ़ें: चिलचिलाती गर्मी के बीच पटनावासी पूछ रहे सवाल: पानी पीने के लिए कहां जाएं 'सरकार'!
जल-जीवन हरियाली के तहते उजड़े आशियाने
दरअसल, डुमरा गांव में जल जीवन हरियाली के तहत आहर-पईन की खुदाई हो रही है. बताया जाता है कि आहर-पईन पर महादलित लोगों के आशियाने बसे थे जिसे प्रशासन ने तोड़ दिया. प्रशासन की इस कार्रवाई पर महादलित आक्रोशित हैं. महादलितों का कहना है कि साल 2011 में 3 डिसमील जमीन देकर बासगीत पर्चा देकर उन्हें बसाया गया था. आज फिर उनके आशियानें को तोड़ा जा रहा है.
महादलितों ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, 'सरकार पहले हमें बसाती है, फिर हमें उजाड़ देती है'.
भाकपा माले के विधायक गोपाल रविदास ने धनरूआ के डुमरा गांव में महादलितों को उजाड़ने को लेकर संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार वैकल्पिक व्यवस्था करें नहीं तो भाकपा माले आंदोलन करेगा.
यह भी पढ़ें: पटना मेयर ने अपने छत पर की पक्षियों के भोजन की व्यवस्था, लोगों से कहा- इनकी करें रक्षा