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पुलिस मुख्यालय का दावा- बिहार में कायम है 'सुशासन', क्राइम रेट घटा

विनय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो अपराध के आंकड़े जनसंख्या के आधार पर गणना कर जारी करती है. 2017 से अगर हम तुलना करें, तो सभी तरह के अपराध दर में कमी हुई है.

पुलिस मुख्यालय का दावा
पुलिस मुख्यालय का दावा
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Published : Jan 12, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Jan 12, 2020, 7:14 PM IST

पटना: पुलिस मुख्यालय में सीआईडी के एडीजी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राज्य में अपराध नियंत्रण में है. क्राइम रेट थमा हुआ है. अपराध की जो दर 2017 में दर्ज की गई थी, वही दर 2018 में रही है. एडीजी ने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के हवाले से जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म और यौन शोषण के मामलों में कमी आयी है.

संज्ञेय अपराध के साथ-साथ महिला अपराध के मामले में भी उन्होंने कहा कि राज्य में 2017 की तुलना में महिला अपराध की संख्या भी घटी है. साथ ही बलात्कार और महिलाओं से दुर्व्यवहार के मामले भी घटे हैं. हत्या, डकैती या लूट का मामला हो. सभी में एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार सुधार परिलक्षित हुआ है.

क्या बोले सीआईडी एडीजी विनय कुमार

शराबबंदी को दिया श्रेय
विनय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो अपराध के आंकड़े जनसंख्या के आधार पर गणना कर जारी करती है. 2017 से अगर हम तुलना करें, तो सभी तरह के अपराध दर में कमी हुई है. उन्होंने कहा कि जहां तक बलात्कार और दंगा के साथ-साथ सेक्सुअल हरासमेंट की बात है. उसमें भी काफी कमी हुई है.

राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट

फिरौती के लिए अपहरण की घटना 2017 की तुलना में 2018 में बहुत कम हुई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्णता शराबबंदी के पश्चात मुख्य रूप से दंगा और महिलाओं के विरुद्ध अपराध एवं हंगामा की घटनाओं में काफी कमी आई है.

सीआईडी के एडीजी
सीआईडी के एडीजी विनय कुमार

एनसीआरबी के डाटा पर एडीजी ने लगाई मुहर
एक तरफ जहां विपक्ष लगातार एनसीआरबी के आंकड़े आने के बाद सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही थी. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय ने साफ-साफ दावा किया है कि अपराध की दर बिहार में घटी है. साथ ही एनसीआरबी के डाटा को जनसंख्या आधारित बताया है और कहा है कि अपराध के कई तरह के मामले होते हैं. उसमें खासकर महिला अपराध बलात्कार, दंगा और हत्या जैसे मामले में काफी कमी हुई है.

पटना: पुलिस मुख्यालय में सीआईडी के एडीजी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राज्य में अपराध नियंत्रण में है. क्राइम रेट थमा हुआ है. अपराध की जो दर 2017 में दर्ज की गई थी, वही दर 2018 में रही है. एडीजी ने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के हवाले से जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म और यौन शोषण के मामलों में कमी आयी है.

संज्ञेय अपराध के साथ-साथ महिला अपराध के मामले में भी उन्होंने कहा कि राज्य में 2017 की तुलना में महिला अपराध की संख्या भी घटी है. साथ ही बलात्कार और महिलाओं से दुर्व्यवहार के मामले भी घटे हैं. हत्या, डकैती या लूट का मामला हो. सभी में एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार सुधार परिलक्षित हुआ है.

क्या बोले सीआईडी एडीजी विनय कुमार

शराबबंदी को दिया श्रेय
विनय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो अपराध के आंकड़े जनसंख्या के आधार पर गणना कर जारी करती है. 2017 से अगर हम तुलना करें, तो सभी तरह के अपराध दर में कमी हुई है. उन्होंने कहा कि जहां तक बलात्कार और दंगा के साथ-साथ सेक्सुअल हरासमेंट की बात है. उसमें भी काफी कमी हुई है.

राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की रिपोर्ट

फिरौती के लिए अपहरण की घटना 2017 की तुलना में 2018 में बहुत कम हुई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्णता शराबबंदी के पश्चात मुख्य रूप से दंगा और महिलाओं के विरुद्ध अपराध एवं हंगामा की घटनाओं में काफी कमी आई है.

सीआईडी के एडीजी
सीआईडी के एडीजी विनय कुमार

एनसीआरबी के डाटा पर एडीजी ने लगाई मुहर
एक तरफ जहां विपक्ष लगातार एनसीआरबी के आंकड़े आने के बाद सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही थी. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय ने साफ-साफ दावा किया है कि अपराध की दर बिहार में घटी है. साथ ही एनसीआरबी के डाटा को जनसंख्या आधारित बताया है और कहा है कि अपराध के कई तरह के मामले होते हैं. उसमें खासकर महिला अपराध बलात्कार, दंगा और हत्या जैसे मामले में काफी कमी हुई है.

Intro:एंकर पुलिस मुख्यालय में आज सीआईडी के एडीजी विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राज्य में अपराध दर नहीं बढ़ रहे हैं जो अपराध दर 2017 में था लगभग वही अपराध दर 2018 में भी रिकॉर्ड किए गए हैं साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 की तुलना में राज्य के अपराध दर में कमी परिलक्षित हो रही है संज्ञेय अपराध के साथ-साथ महिला अपराध के मामले में भी उन्होंने कहा कि राज्य में 2017 की तुलना में महिला अपराध की संख्या भी घटी है साथ ही बलात्कार और महिलाओं से दुर्व्यवहार के मामले भी घटे हैं हत्या डकैती या लूट का मामला हो सब में एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार सुधार परिलक्षित हुआ है


Body:विनय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो अपराध के आंकड़े जनसंख्या के आधार पर गणना कर जारी करती है 2017 से अगर हम तुलना करें तो सभी तरह के अपराध दर में कमी हुई है उन्होंने कहा कि जहां तक बलात्कार और दंगा के साथ साथ सेक्सुअल हरासमेंट की बात है उसमें काफी कमी हुई है साथ ही फिरौती के लिए अपहरण की घटना 2017 की तुलना में 2018 में बहुत कम हुआ है साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्णता शराबबंदी के पश्चात मुख्य रूप से दंगा और महिलाओं के विरुद्ध अपराध एवं हंगामा की घटनाओं में काफी कमी आई है


Conclusion:एक तरफ जहां विपक्ष लगातार एनसीआरबी के आंकड़े आने के बाद सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही थी वहीं दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय ने साफ-साफ दावा किया है कि अपराध के दर बिहार में घटे हैं साथ ही एनसीआरबी के डाटा को जनसंख्या आधारित बताया है और कहा है कि अपराध के कई तरह के मामले होते हैं उसमें खासकर महिला अपराध बलात्कार दंगा और हत्या जैसे मामले में काफी कमी हुई है बाइट बिनय कुमार सी आई डी एडीजी
Last Updated : Jan 12, 2020, 7:14 PM IST
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