पटना: पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने गोपालगंज हत्याकांड मामले को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विधायक पप्पू पांडे के खिलाफ अब तक कोई सबूत नहीं मिल पाया है. जब तक कोई सबूत नहीं मिलता तब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाएगी. वहीं, बिहार पुलिस मुख्यालय की तरफ हत्याकांड की जांच का जिम्मा एसआईटी को दे दिया गया है.
बता दें कि पुलिस मुख्यालय ने बताया कि गोपालगंज के हथुआ थाना स्थित जयप्रकाश यादव के घर पर अपराधियों ने जमकर गोलीबारी की थी. वहीं, इस पूरे मामले को सारण के डीआईजी खुद देख रहे हैं. इस मामले में अब तक 2 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं, एक नामजद की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
सारण के डीआईजी कर रहे अपने स्तर से जांच
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि इस मामले को लेकर एसटीएफ और डीआईजी भी अपने स्तर से जांच कर रहे हैं. वहीं, स्थानीय विधायक अमरेंद्र पांडे के खिलाफ आरोप है. उसकी भी जांच की जा रही है. यह घटना मुन्ना तिवारी नामक एक हत्या के बदले के तौर पर किया गया है. उस मामले में 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया गया है. इनमें से एक मुन्ना यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
सबूत मिलने पर होगी सख्त कार्रवाई
इसके अलावे एडीजी ने बताया कि बिहार पुलिस पूरे मामले की जांच का जिम्मा एसआईटी को दे रखा है और सारण के डीआईजी लगातार इस मामले की मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. विधायक के खिलाफ अगर कोई सबूत मिलती है तो पुलिस अपनी कार्रवाई में कोई नरमी नहीं बरतेगी. वहीं, पुलिस की ओर से सबूत को लेकर आम लोगों से भी मदद मांगी गई है.
नेता प्रतिपक्ष ने सीबीआई जांच की मांग की
बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अपने विधायक को बचाना चाहते हैं. अगर जल्द ही विधयाक की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी तो वो सारे आरजेडी के विधायक को लेकर गोपालगंज का रुख करेंगे. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गोपालगंज मामले को लेकर राज्यपाल से मिलकर सीबीआई से जांच करवाने की मांग भी किया है.