पटना: बिहार पुलिस एक तरफ जहां राज्य सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के दौरान जारी किए गए गाइडलाइंस का पालन करवाने में जुटी हुई है. तो वहीं पुलिस पर लगातार राजधानी पटना सहित अन्य जिलों में हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. इन हमलों के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने कुछ ठोस कदम उठाये हैं, ताकि पुलिस को खतरा ना हो और हमलावरों को भी दबोचा जा सके.
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'पुलिस को पूरी छूट दी गई है'
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने भी यह स्वीकार किया है कि बिहार पुलिस पर लगातार कोरोना एनफोर्समेंट करवाने में लगी पुलिस कर्मियों पर हमले किए जा रहे हैं. ऐसे में उन्होंने कहा कि लोगों को पुलिस की मदद करनी चाहिए ना कि उन पर हमला करना चाहिए. पुलिस मुख्यालय के एडीजी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन के नियमों का पालन हर हालत में कराया जाएगा. इस दौरान पुलिस को पूरी छूट दी गई है.
'लगातार हो रहे पुलिस पर हमले को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिले के एसपी को सख्ती बरतने के निर्देश दिये गए हैं. एसपी अपने अपने क्षेत्रों में पुलिस थानों और अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. इसके लिए लॉकडाउन एनफोर्समेंट के साथ-साथ अनुसंधान के लिए भी अगर पुलिसकर्मी भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाएं तो पुलिसकर्मी को अकेले ना भेजा जाए. बल्कि समूह में पुलिसकर्मी रहेंगे तो ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है.'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
एक के बाद एक पुलिस पर हमले
पिछले 2 दिन पहले गया में लॉकडाउन का पालन करवा रही ट्रैफिक थाना इंस्पेक्टर मुकेश कुमार चौधरी को भीड़ द्वारा इतना मारा गया कि वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बुधवार को बिहार के नवादा में बालू के अवैध भंडार की सूचना पर छापेमारी करने गई खनन विभाग और पुलिस की टीम पर बालू माफियाओं द्वारा जानलेवा हमला किया गया, जिसमें कई पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए हैं. वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. कुछ दिन पहले भोजपुर में लॉकडाउन का पालन करवाने निकली पुलिस पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला कर दिया गया.
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