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बिहार की पहली महिला कमांडो टीम को कब मिलेगी जिम्मेदारी? बोले ADG- 'अन्य को कर रही हैं ट्रेंड' - Bihar Special Armed Police

बिहार की पहली महिला कमांडो (Bihar First Women Commandos Team) की टीम को आजतक न तो वीआईपी सुरक्षा में तैनात किया गया और ना ही विशेष तौर पर गठित एजेंसी में ही. वहीं पुलिस मुख्यालय के एजीडी का कहना है कि ये सभी कमांडो अब अन्य महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देंगी. पढ़ें पूरी खबर..

Bihar First Women Commandos Team
Bihar First Women Commandos Team
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Published : Jan 31, 2022, 1:04 PM IST

पटना: करोड़ों रुपए खर्च कर बिहार सरकार ने बिहार में पहली बार बिहार सशस्त्र पुलिस बल (Bihar Special Armed Police) की 92 महिला पुलिस कर्मियों को सीआरपीएफ के अंडर में कमांडो ट्रेनिंग दिलवाई थी. 3 महीने बीत जाने के बाद भी कमांडो ट्रेनिंग पूरा कर चुकी इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को अब तक कहीं भी ड्यूटी पर नहीं तैनात किया गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) का कहना है कि, अब ट्रेनिंग कर लौटी ये कमांडो दूसरी महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंनिंग देंगी.

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बता दें कि, महिलाओं की ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा कहा गया था कि, इन महिला पुलिस कमांडो को वीआईपी सुरक्षा (Bihar Women Commandos Not Deployed For VIP Security) के साथ-साथ एटीएस, एसटीएफ, एसएसजी में तैनात किया जाएगा. लेकिन अब तक इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को कहीं भी ड्यूटी में तैनात नहीं किया गया है.

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सीआरपीएफ के अंडर ट्रेनिंग कंप्लीट कर चुकी 92 महिला कमांडो (Women Commando Squad Of Bihar Police) अब बिहार की अन्य महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंड करेंगी. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि, सभी महिला पुलिसकर्मियों को दूसरे दूसरे बटालियन से चुनकर ट्रेनिंग के लिए सीआरपीएफ के अंडर भेजा गया था. ट्रेनिंग पूरी कर सभी वापस आ चुकी हैं तो, इन सभी को एक बटालियन बनाकर इकट्ठा किया गया है.

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उन्होंने कहा कि, अब जो कमांडो की ट्रेनिंग कर लौटी हैं वही, गुण अन्य महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंड कमांडो सिखाएंगी. इसके अलावा एडीजी ने कहा कि, जरूरत के हिसाब से इन्हें लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ एटीएस और अन्य एजेंसियों में भी शामिल किया जाएगा. ट्रेनिंग कर लौट कर आने वाली महिलाओं को सुरक्षित रखा गया है. जब भी एटीएस, एसएसजी, एसटीएफ से डिमांड किया जाएगा तब इनकी भी प्रतिनिधि वहां की जाएंगी.

बिहार पहला ऐसा राज्य बना है जहां पर पुलिस बल की कुल संख्या के अनुपात में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक महिला पुलिस बिहार पुलिस फोर्स में है और इतने पैसे खर्च करने के बावजूद भी इनसे कमांडो की तरह कार्य नहीं लिया जा रहा है. क्या यह माना जाए कि, इन महिला पुलिसकर्मियों पर राज्य सरकार या पुलिस मुख्यालय वीआईपी की सुरक्षा के साथ-साथ एटीएस या एसएसजी उन्हें राज्य के सुरक्षा के लायक नहीं समझ रही है. बिहार में कुल 93000 पुलिसकर्मी मौजूद हैं, उनमें से लगभग 27000 महिला पुलिसकर्मी हैं.

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पटना: करोड़ों रुपए खर्च कर बिहार सरकार ने बिहार में पहली बार बिहार सशस्त्र पुलिस बल (Bihar Special Armed Police) की 92 महिला पुलिस कर्मियों को सीआरपीएफ के अंडर में कमांडो ट्रेनिंग दिलवाई थी. 3 महीने बीत जाने के बाद भी कमांडो ट्रेनिंग पूरा कर चुकी इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को अब तक कहीं भी ड्यूटी पर नहीं तैनात किया गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) का कहना है कि, अब ट्रेनिंग कर लौटी ये कमांडो दूसरी महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंनिंग देंगी.

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बता दें कि, महिलाओं की ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा कहा गया था कि, इन महिला पुलिस कमांडो को वीआईपी सुरक्षा (Bihar Women Commandos Not Deployed For VIP Security) के साथ-साथ एटीएस, एसटीएफ, एसएसजी में तैनात किया जाएगा. लेकिन अब तक इन सभी महिला पुलिसकर्मियों को कहीं भी ड्यूटी में तैनात नहीं किया गया है.

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सीआरपीएफ के अंडर ट्रेनिंग कंप्लीट कर चुकी 92 महिला कमांडो (Women Commando Squad Of Bihar Police) अब बिहार की अन्य महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंड करेंगी. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि, सभी महिला पुलिसकर्मियों को दूसरे दूसरे बटालियन से चुनकर ट्रेनिंग के लिए सीआरपीएफ के अंडर भेजा गया था. ट्रेनिंग पूरी कर सभी वापस आ चुकी हैं तो, इन सभी को एक बटालियन बनाकर इकट्ठा किया गया है.

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उन्होंने कहा कि, अब जो कमांडो की ट्रेनिंग कर लौटी हैं वही, गुण अन्य महिला पुलिसकर्मियों को ट्रेंड कमांडो सिखाएंगी. इसके अलावा एडीजी ने कहा कि, जरूरत के हिसाब से इन्हें लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ एटीएस और अन्य एजेंसियों में भी शामिल किया जाएगा. ट्रेनिंग कर लौट कर आने वाली महिलाओं को सुरक्षित रखा गया है. जब भी एटीएस, एसएसजी, एसटीएफ से डिमांड किया जाएगा तब इनकी भी प्रतिनिधि वहां की जाएंगी.

बिहार पहला ऐसा राज्य बना है जहां पर पुलिस बल की कुल संख्या के अनुपात में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक महिला पुलिस बिहार पुलिस फोर्स में है और इतने पैसे खर्च करने के बावजूद भी इनसे कमांडो की तरह कार्य नहीं लिया जा रहा है. क्या यह माना जाए कि, इन महिला पुलिसकर्मियों पर राज्य सरकार या पुलिस मुख्यालय वीआईपी की सुरक्षा के साथ-साथ एटीएस या एसएसजी उन्हें राज्य के सुरक्षा के लायक नहीं समझ रही है. बिहार में कुल 93000 पुलिसकर्मी मौजूद हैं, उनमें से लगभग 27000 महिला पुलिसकर्मी हैं.

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