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Patna News: पूर्व मुखिया धर्मदेव राय हत्याकांड का आरोपी सिपाही राम लखन 10 साल बाद गिरफ्तार

पटना के कुरथौल पंचायत के पूर्व मुखिया धर्मदेव राय की हत्या मामले में बेउर थाना पुलिस ने साढ़े दस साल से फरार चल रहे एक आरोपी को समस्तीपुर से गिरफ्तार किया है. पढ़ें पूरी खबर...

दस साल बाद आरोपी गिरफ्तार
दस साल बाद आरोपी गिरफ्तार
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Published : Aug 17, 2021, 1:47 PM IST

पटना:राजधानी पटना (Patna) के कुरथौल पंचायत (Kurthul Panchayat) के निवर्तमान मुखिया धर्मदेव राय के हत्या (Dharmdev Rai murder case) मामले में पुलिस ने साढ़े दस साल से फरार चल रहे आरोपी सिपाही राम लखन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को समस्तीपुर (Samastipur) से गिरफ्तार किया है. आरोपी के गिरफ्तारी के बाद मुखिया के बेटे ने कहा कि अब इंसाफ की उम्मीद जगी है.

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पटना के फुलवारीशरीफ प्रखंड के कुरथौल पंचायत के पूर्व मुखिया एवं राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता धर्मदेव राय उर्फ मिर्चाई गोप के हत्या मामले में बेउर थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार और इंस्पेक्टर मनीष कुमार की टीम ने आरोपी राम लखन उर्फ ब्रजेश राय को समस्तीपुर से साढ़े 10 वर्षों के बाद इस हत्याकांड में गिरफ्तार किया है.

प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि ब्रजेश उर्फ राम लखन सिपाही की गिरफ्तारी के साथ ही उसके भाई सतीश राय को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने राम लखन सिपाही के भाई को बिशुनपुर पकड़ी स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया है. इस हत्याकांड में सतीश राय के खिलाफ वारंट जारी था. इस हत्याकांड के अन्य अभियुक्त फिलहाल जमानत पर हैं.

गौरतलब है कि 23 जनवरी 2011 की शाम पटना के बेउर थाना क्षेत्र के बिशुनपुर पकड़ी निवासी कुरथौल पंचायत के निवर्तमान मुखिया धर्मदेव राय उर्फ मिरचाई गोप राधा कृष्ण मंदिर के पीछे एक जमीन के प्लॉट पर चहारदीवारी कराने के लिए ईंट उतरवा रहे थे. इसी दौरान इसी गांव निवासी लक्ष्मी राय के बेटे सिपाही राम लखन, राजकुमार राय और इसी गांव निवासी सुरेंद्र राय ने सुरेंद्र गोप को गोलियों से छलनी कर दिया था.

दो गोली लगने से घायल हुए पूर्व मुखिया को पटना के राजेश्वरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी मौत हो गई. इस हत्याकांड के बाद आक्रोशित लोगों ने अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर सड़क पर अगजनी कर विरोध प्रदर्शन किया था.

पूर्व मुखिया धर्मदेव राय के बेटे उपेंद्र कुमार यादव एवम अन्य परिवार वाले बेउर थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार एवम इंस्पेक्टर मनीष कुमार की टीम को साढ़े 10 साल से फरार चल रहे हत्यारोपी राम लखन सिपाही उर्फ ब्रजेश को गिरफ्तार करने के लिए आभार जताया है.

पूर्व मुखिया के परिजनों ने कहा कि अब उन्हें न्याय की उम्मीद जगी है. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं में भी मिरचाई गोप हत्याकांड में नामजदों को कड़ी सजा मिलने की उम्मीद बढ़ी है. पूर्व मुखिया के पुत्र उपेंद्र ने बताया कि विभागीय लापरवाही के चलते पूर्व मुखिया धर्मदेव राय की हत्या में लक्ष्मी राय बेटे राजकुमार, सतीश राय नालन्दा के दीप नगर जेल में पदस्थापित सिपाही राम लखन उर्फ ब्रजेश एवं इसी गांव निवासी सुरेंद्र राय को नामजद कराया गया था.

इस मामले में पुलिस ने सिपाही राम लखन के अलावा अन्य सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन विभागीय लापवाही और मिलिभगत से रामलखन सिपाही उर्फ ब्रजेश की इतने लंबे समय तक गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. इतना ही नहीं हत्याकाण्ड में नामजद अभियुक्त होने के बावजूद वह नालन्दा के दीपनगर जेल में ड्यूटी पर जाकर हाजिरी तक बनाई थी.

जानकारी के मुताबिक सिपाही रामलखन उर्फ ब्रजेश ने अपने लाइसेंसी हथियार से पूर्व मुखिया धर्मदेव राय के कंधे और कनपटी में दो गोली मार कर हत्या कर दिया था. हैरान करने वाली बात यह है कि वर्ष 2015 में रामलखन सिपाही ने अपने हथियार का लाइसेंस भी रिन्यूअल कराया है.

इस बारे में प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने कहा कि इसकी भी जांच कराई जाएगी कि फरार हत्यारोपी ब्रजेश उर्फ रामलखन का हथियार का लाइसेंस कैसे रिन्यूअल हो गया. प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपियों रामलखन सिपाही और उसके भाई सतीश को जेल भेज दिया गया.

ये भी पढ़ें:मोतिहारी: पत्रकार हत्याकांड में दो पत्रकार समेत तीन गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस

पटना:राजधानी पटना (Patna) के कुरथौल पंचायत (Kurthul Panchayat) के निवर्तमान मुखिया धर्मदेव राय के हत्या (Dharmdev Rai murder case) मामले में पुलिस ने साढ़े दस साल से फरार चल रहे आरोपी सिपाही राम लखन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को समस्तीपुर (Samastipur) से गिरफ्तार किया है. आरोपी के गिरफ्तारी के बाद मुखिया के बेटे ने कहा कि अब इंसाफ की उम्मीद जगी है.

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पटना के फुलवारीशरीफ प्रखंड के कुरथौल पंचायत के पूर्व मुखिया एवं राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता धर्मदेव राय उर्फ मिर्चाई गोप के हत्या मामले में बेउर थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार और इंस्पेक्टर मनीष कुमार की टीम ने आरोपी राम लखन उर्फ ब्रजेश राय को समस्तीपुर से साढ़े 10 वर्षों के बाद इस हत्याकांड में गिरफ्तार किया है.

प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि ब्रजेश उर्फ राम लखन सिपाही की गिरफ्तारी के साथ ही उसके भाई सतीश राय को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने राम लखन सिपाही के भाई को बिशुनपुर पकड़ी स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया है. इस हत्याकांड में सतीश राय के खिलाफ वारंट जारी था. इस हत्याकांड के अन्य अभियुक्त फिलहाल जमानत पर हैं.

गौरतलब है कि 23 जनवरी 2011 की शाम पटना के बेउर थाना क्षेत्र के बिशुनपुर पकड़ी निवासी कुरथौल पंचायत के निवर्तमान मुखिया धर्मदेव राय उर्फ मिरचाई गोप राधा कृष्ण मंदिर के पीछे एक जमीन के प्लॉट पर चहारदीवारी कराने के लिए ईंट उतरवा रहे थे. इसी दौरान इसी गांव निवासी लक्ष्मी राय के बेटे सिपाही राम लखन, राजकुमार राय और इसी गांव निवासी सुरेंद्र राय ने सुरेंद्र गोप को गोलियों से छलनी कर दिया था.

दो गोली लगने से घायल हुए पूर्व मुखिया को पटना के राजेश्वरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी मौत हो गई. इस हत्याकांड के बाद आक्रोशित लोगों ने अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर सड़क पर अगजनी कर विरोध प्रदर्शन किया था.

पूर्व मुखिया धर्मदेव राय के बेटे उपेंद्र कुमार यादव एवम अन्य परिवार वाले बेउर थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार एवम इंस्पेक्टर मनीष कुमार की टीम को साढ़े 10 साल से फरार चल रहे हत्यारोपी राम लखन सिपाही उर्फ ब्रजेश को गिरफ्तार करने के लिए आभार जताया है.

पूर्व मुखिया के परिजनों ने कहा कि अब उन्हें न्याय की उम्मीद जगी है. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं में भी मिरचाई गोप हत्याकांड में नामजदों को कड़ी सजा मिलने की उम्मीद बढ़ी है. पूर्व मुखिया के पुत्र उपेंद्र ने बताया कि विभागीय लापरवाही के चलते पूर्व मुखिया धर्मदेव राय की हत्या में लक्ष्मी राय बेटे राजकुमार, सतीश राय नालन्दा के दीप नगर जेल में पदस्थापित सिपाही राम लखन उर्फ ब्रजेश एवं इसी गांव निवासी सुरेंद्र राय को नामजद कराया गया था.

इस मामले में पुलिस ने सिपाही राम लखन के अलावा अन्य सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन विभागीय लापवाही और मिलिभगत से रामलखन सिपाही उर्फ ब्रजेश की इतने लंबे समय तक गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. इतना ही नहीं हत्याकाण्ड में नामजद अभियुक्त होने के बावजूद वह नालन्दा के दीपनगर जेल में ड्यूटी पर जाकर हाजिरी तक बनाई थी.

जानकारी के मुताबिक सिपाही रामलखन उर्फ ब्रजेश ने अपने लाइसेंसी हथियार से पूर्व मुखिया धर्मदेव राय के कंधे और कनपटी में दो गोली मार कर हत्या कर दिया था. हैरान करने वाली बात यह है कि वर्ष 2015 में रामलखन सिपाही ने अपने हथियार का लाइसेंस भी रिन्यूअल कराया है.

इस बारे में प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने कहा कि इसकी भी जांच कराई जाएगी कि फरार हत्यारोपी ब्रजेश उर्फ रामलखन का हथियार का लाइसेंस कैसे रिन्यूअल हो गया. प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपियों रामलखन सिपाही और उसके भाई सतीश को जेल भेज दिया गया.

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