पटनाः जिले में बाढ़ अनुमंडल के अनुग्रह नारायण सिंह महाविद्यालय में पठन-पाठन कार्य वर्षों से नदारद है. इस कॉलेज में वर्षों से सिर्फ नामांकन और परीक्षा होती आ रही है. जबकि इस कॉलेज को बाढ़ अनुमंडल का गौरव कहा जाता है. अनुग्रह नारायण सिंह महाविद्यालय में पठन पाठन ठप देखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हस्ताक्षर अभियान चलाया. इस हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत कॉलेज में बड़े पैमाने पर शिक्षक भर्ती की मांग की गई. ताकि कॉलेज में पठन-पाठन की प्रक्रिया सही तरीके से शुरू हो सके.
मात्र 7 शिक्षकों के बल पर चल रहा महाविद्यालय
मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सन्नी कुमार का कहना है कि पठन-पाठन के लिए जिस कॉलेज को 57 शिक्षकों की आवश्यकता है. वहां मात्र 7 शिक्षकों के सहारे कॉलेज को चलाया जा रहा है. जिसके कारण यहां के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है. इस संबंध में प्रधानाचार्य को ज्ञापन भी दिया जा चुका है. लेकिन अभी तक कोई सुधार होने की गुंजाइश नहीं दिख रही है.
शिक्षकों की कमी के कारण पठन-पाठन मुश्किल
वहीं प्राचार्य ध्रुव कुमार भी छात्रों द्वारा चलाए जा रहे 'हस्ताक्षर अभियान' को जायज बताते हुए शिक्षकों की कमी का रोना रो रहे हैं. उनका कहना है कि मात्र 7 शिक्षकों के बल पर कॉलेज में पठन-पाठन को अमलीजामा पहनाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है. इसके लिए मेरी तरफ से हर संभव कोशिश की जाएगी.