पटना: पूर्णिया में दलित नेता शक्ति मल्लिक की हत्या को लेकर जदयू लगातार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को घेरने की कोशिश में लगी हुई है. जदयू नेताओं का कहना है कि आरजेडी का चुनाव के समय टिकट बेचने का उद्योग अब धीरे-धीरे उजागर होने लगा है और टिकट नहीं मिलने के कारण आरजेडी के नेता अपने ही नेताओं की हत्या करवा दे रहे हैं.
जेदयू ने आरजेडी पर बोला हमला
वहीं, सोमवार को जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी इस मामले में आरजेडी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पूर्णिया में राजद के पूर्व एससी-एसटी प्रकोष्ठ के सचिव शक्ति मल्लिक की हत्या हो जाती है और उनके परिजनों द्वारा हत्या और हत्या की साजिश रचने की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई जाती है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव और अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया जाता है.
राजद में टिकट बिक्री का चलता है उद्योग- अभिषेक झा
अभिषेक झा ने कहा कि परिजनों ने सीधा आरोप लगाया है कि शक्ति मल्लिक रानीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके एवज में पार्टी ने 50 लाख रुपए की मांग की थी, लकिन वह इतने पैसे नहीं दे सकते थे, इसलिए पार्टी ने उन्हें निकाल दिया और जब शक्ति मल्लिक निर्दलीय चुनाव में उतरना चाहते थे तो उनकी हत्या करवा दी गई. उन्होंने बताया कि पूरा बिहार जानता है कि चुनाव के समय राजद में टिकट बिक्री का उद्योग चलता है और भारी मात्रा में पैसे की उगाही होती है. लेकिन इस टिकट उद्योग की वजह से एक दलित नेता की जान चली जाएगी यह किसी ने नहीं सोचा था.
चुनाव में महागठबंधन को खून के आंसू रुलाएगी जनता
उन्होंने कहा कि राजद का चेहरा दलित, महादलित और पिछड़ा, अति पिछड़ा विरोधी है और हाल के दिनों में इसके कई उदाहरण बिहार की जनता के सामने आएं हैं. उन्होंने कहा कि महागठबंधन जिन्हें अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना बैठा है उस पर चुनाव के समय इतने संगीन आरोप लगते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता महागठबंधन को आगामी विधानसभा चुनाव में वोट के लिए खून के आंसू रुलाएगी.
राजद के नेताओं पर है हत्या करवाने का आरोप
आपको बता दें कि राजद के पूर्व एससी-एसटी प्रकोष्ठ के सचिव दलित नेता शक्ति मल्लिक हत्या हो गई है, लेकिन हत्या से पहले उनका का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे खुद राजद के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए दिख रहे हैं. वहीं, परिवार वालों ने कल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव सहित कई लोगों पर नामजद शिकायत करवाई हैं.