पटना: गांधी मैदान के गेट नंबर 4 के बाहर आम आदमी पार्टी की प्रदेश इकाई ने सोमवार को कृषि विधेयक 2020 के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया और उपवास रखा. इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार के विरोध में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया.
किसानों के समर्थन में आप कार्यकर्ताओं ने रखा उपवास
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने कहा कि पिछले काफी दिनों से हरियाणा और पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. उनके समर्थन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने देशभर के कार्यकर्ताओं से अपील किया था कि वे किसानों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखे. जिस कारण प्रदेश की इकाई ने धरना प्रदर्शन कर एक दिवसीय उपवास रखा.
फसल के दाम से नहीं होता कोई काम, बेचनी पड़ जाती है जमीन
वहीं, पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में किसानों की हालत काफी दयनीय है. बिहार में यह कानून 2006 में ही आ गया था. जिस कारण प्रदेश में बड़े स्तर पर जमाखोरी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि आज बिहार के किसानों की हालत यह है कि अगर किसान को अपनी बेटी का ब्याह करना है तो उसे अपनी फसल के साथ-साथ जमीन भी बेचनी पड़ जाती है. इस बिल के कारण किसानों को उचित मूल्य नहीं मिलेगा.
बिल किसान के हित में नहीं, पूंजीपतियों के हित में है
बबलू प्रकाश ने कहा कि यह नया कृषि कानून किसान विरोधी है. इससे जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा. इस कानून के आने से कृषि पर पूंजीपतियों का अधिकार हो जाएगा. इस कानून की सबसे बड़ी खामी यह है कि पूंजीपति किसानों से असीमित मात्रा में अनाज खरीद कर उसका भंडारण कर लेंगे. जिससे जमाखोरी बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा कि यह किसान बिल बड़ी पूंजीपतियों के हित में है. जो किसान हैं, उनको इस बिल से काफी नुकसान होगा.