पटना/मुजफ्फरपुर: सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में पीआईएल दायर किया गया है. याचिकाकर्ता पंकज कुमार ने बिहार के सैकड़ों बच्चों की मौत का दोष बिहार सरकार समेत केंद्रीय मंत्रियों पर भी मढ़ा है. मालूम हो कि बिहार के अधिकतर जिले इन दिनों चमकी बुखार यानि इंसेफेलाइटिस से जूझ रहे हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अबतक 148 बच्चों की जान जा चुकी है.
याचिकाकर्ता ने सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अश्विनी कुमार चौबे, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार समेत मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी और डॉक्टरों के खिलाफ भी केस दाखिल किया है. उन्होंने सभी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. इस मामले की सुनवाई 26 जून को होगी.
एक और मामला दर्ज
बता दें कि 17 जून को एक सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने भी मुजफ्फरपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में मामला दायर किया था. उन्होंने हर्षवर्धन और मंगल पांडेय पर एईएस प्रकोप को नियंत्रित करने में विफल होने का आरोप लगाया था.
नहीं है पुख्ता इंतजाम
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर के बाद धीरे-धीरे यह बीमारी अब बक्सर, नालंदा, भोजपुर और पूर्णिया में भी फैल चुकी है. अबतक सैकड़ों बच्चे इसका शिकार हो चुके हैं. लगातार यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. हर साल यह बीमारी होती है और हर बार सरकार इंतजामों के मामले में फेल हो जाती है. ऐसे सरकार के पास इस बीमारी के बारे में बताने को आंकड़ों के सिवा कुछ नहीं है. विभाग ना तो अबतक बीमारी की वजह पता कर पाया है ना तो रोकथाम के उपाय जान पाया है.
मुख्य बातें
- मुजफ्फरपुर में अब तक चमकी बुखार से 148 बच्चों की मौत
- राज्य के स्वास्थय मंत्री मंगल पांडे ने अस्पताल का लिया जायजा
- CM नीतीश कुमार ने भी किया मुजफ्फरपुर का दौरा
- परिजनों ने सीएम का किया विरोध
- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन भी पहुंचे थे