पटना: बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच 25 फरवरी को 95 साल का हो जाएगा. पीएमसीएच के फाउंडेशन-डे को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. कॉलेज प्रशासन ने इसके लिए फाउंडेशन-डे कमेटी का गठन किया है. इस दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. वहीं, एमबीबीएस फाइनल इयर के टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल वितरित किये जाएंगे.
फाउंडेशन डे कमेटी के अध्यक्ष आई डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. उमेश भदानी बनाए गए हैं. कॉलेज फाउंडेशन डे के दिन एमबीबीएस फाइनल इयर के 2 छात्रों को गोल्ड मेडल दिया जाना है. उन्हें भी कमेटी में रखा गया है. वहीं, पटना मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन को पीले कलर से रंगा जा रहा है, जो कि पहले सफेद रंग से रंगा हुआ था. पीएमसीएच हर साल 25 फरवरी को अपना स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाता है.
बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल करेंगे शिरकत
इस बार 25 फरवरी को पीएमसीएच के स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान शिरकत करेंगे. सीएफडी (कॉलेज फाउंडेशन डे) कमेटी में शामिल फाइनल ईयर की छात्रा आकृति ने बताया कि सेकंड प्रोफेशनल में उन्होंने टॉप किया है. साथ ही फार्माकोलॉजी में ऑनर्स लायी हैं. उन्होंने बताया कि वह सीएफडी कमेटी की सेक्रेटरी हैं. सीएफडी प्रोग्राम स्टूडेंट्स के पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से स्टूडेंट्स में टीम स्पिरिट के तौर पर काम करने की भावना डेवेलप होती है और पेशेंट से कैसे बेहतर इंटरेक्शन करें यह भी सीखने को मिलता है.
'पीएमसीएच का नाम रोशन करना लक्ष्य'
आकृति ने बताया कि एमबीबीएस फाइनल ईयर में टॉप आने पर उन्हें बहुत खुशी मिल रही है इसके साथ ही उन्हें फार्मा में ऑनर्स मिला है इसकी भी उन्हें बहुत खुशी है. उन्होंने बताया कि उनका आगे का लक्ष्य है कि वह एक बेहतर चिकित्सक बने और पीएमसीएच का नाम रोशन करें. बता दें कि एमबीबीएस में छात्र छात्राओं को ऑनर्स उसी सब्जेक्ट में मिलता है जिनमें उन्होंने 75% से अधिक नंबर स्कोर किए हो.
बेहद खुश हैं टॉपर ईशान
कॉलेज फाउंडेशन डे के कन्वीनर एमबीबीएस फाइनल ईयर स्टूडेंट ईशान ने बताया कि सेकंड प्रोफेशनल में उन्होंने सेकंड किया है. उन्होंने बताया कि उन्हें ओवरऑल सेकंड टॉपर का गोल्ड मेडल मिल रहा है. इस बात को लेकर उन्हें काफी खुशी है. उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य अभी आगे मेडिकल में पीजी की पढ़ाई करना है और पीजी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह स्वास्थ्य सेवा की क्षेत्र में उतरने की सोच रहे हैं.