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स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर 9322 कर्मियों का चयन, जल्द ही जिलों में होंगे पदस्थापित

स्वास्थ्य विभाग में 9322 कर्मचारियों का चयन (9322 employees selected in health department) किया गया है. स्वास्थ्य मंत्री मगल पांडे ने बताया कि जल्द ही इन सभी को अलग-अलग जिलों में पदस्थापित किया जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे
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Published : Aug 4, 2022, 7:21 AM IST

पटना: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर 9322 कर्मियों का सिलेक्शन किया गया है. जिनमें 579 काउंसलर और 8517 एएनएम भी शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि विभाग में खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया लगातार जारी है और इसी मुहिम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न वर्गों में 9322 कर्मियों का चयन किया गया है. इन कर्मियों के चयन से राज्य के ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों के लोगों को सुगमता के साथ घर के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं (health facilities in bihar) मिलेंगी और आर्थिक बोझ से भी निजात मिलेगा.

ये भी पढ़ें: बिहार में मिला मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध, पटना की महिला में दिखे लक्षण



स्वास्थ्य विभाग में 9322 कर्मचारियों का चयन: मंगल पांडे ने कहा कि काउंसलर के 579 और एएनएम के 8517 पदों पर चयन किया गया है. इसके साथ ही जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर के 26 पदों पर कर्मी चयन किए गए हैं. वहीं क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के पद पर छह और साइकेट्रिक सोशल वर्कर के 4 पदों पर भी चयन किया गया है. इसके अलावा सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के पद पर पूरे राज्य में 190 कर्मियों का चयन किया गया है. उन्होंने बताया कि साल 2020 और 2021 में स्वास्थ्य विभाग में 9698 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था. इस विज्ञापन के आलोक में 9322 कर्मियों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और इसी माह के अंत तक विभिन्न जिलों के स्वास्थ्य संस्थानों में इन्हें पदस्थापित किया जाएगा.

बिहार में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि एएनएम की नियुक्ति के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को समुचित इलाज होगा. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य उप केंद्रों पर भी स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ होगी. नवनियुक्त जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर आशा कर्मियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति जागरूक करेंगे. जबकि क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मानसिक रूप से परेशान मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में सहायता करेंगे. वहीं साइकेट्रिक सोशल वर्कर उक्त कार्य में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट को मदद करेंगे.

ये भी पढ़ें: बिहार में चिकित्सकों-स्वास्थ्यकर्मियों और अस्पतालों की कमी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट ने खोली पोल

पटना: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर 9322 कर्मियों का सिलेक्शन किया गया है. जिनमें 579 काउंसलर और 8517 एएनएम भी शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि विभाग में खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया लगातार जारी है और इसी मुहिम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न वर्गों में 9322 कर्मियों का चयन किया गया है. इन कर्मियों के चयन से राज्य के ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों के लोगों को सुगमता के साथ घर के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं (health facilities in bihar) मिलेंगी और आर्थिक बोझ से भी निजात मिलेगा.

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स्वास्थ्य विभाग में 9322 कर्मचारियों का चयन: मंगल पांडे ने कहा कि काउंसलर के 579 और एएनएम के 8517 पदों पर चयन किया गया है. इसके साथ ही जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर के 26 पदों पर कर्मी चयन किए गए हैं. वहीं क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के पद पर छह और साइकेट्रिक सोशल वर्कर के 4 पदों पर भी चयन किया गया है. इसके अलावा सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के पद पर पूरे राज्य में 190 कर्मियों का चयन किया गया है. उन्होंने बताया कि साल 2020 और 2021 में स्वास्थ्य विभाग में 9698 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था. इस विज्ञापन के आलोक में 9322 कर्मियों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और इसी माह के अंत तक विभिन्न जिलों के स्वास्थ्य संस्थानों में इन्हें पदस्थापित किया जाएगा.

बिहार में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि एएनएम की नियुक्ति के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को समुचित इलाज होगा. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य उप केंद्रों पर भी स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ होगी. नवनियुक्त जिला कम्युनिटी मोबिलाइजर आशा कर्मियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति जागरूक करेंगे. जबकि क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मानसिक रूप से परेशान मरीजों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में सहायता करेंगे. वहीं साइकेट्रिक सोशल वर्कर उक्त कार्य में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट को मदद करेंगे.

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