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Bihar Corona Update: कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, 24 घंटे में मिले 91 नए मरीज.. पटना में 48 संक्रमित - covid guideline

बिहार में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. बीते 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 91 नए मामले सामने आए हैं. इनमे 48 पटना जिले के मरीज हैं, जिसमें पालीगंज का 3 साल का एक बच्चा भी शामिल है. राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 316 हो गई है, जिसमें पटना में ही 146 हैं. हालांकि विशेषज्ञ कहते हैं कि डरने की जरूरत नहीं है, बस जरूरी सावधानी बरतें.

बिहार में कोरोना
बिहार में कोरोना
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Published : Apr 15, 2023, 8:46 AM IST

डॉ मनोज कुमार सिन्हा

पटना: पिछले 24 घंटे में बिहार में कोरोना के 91 नए मरीज मिले हैं. वहीं, देश भर में शुक्रवार को 11,109 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही 29 मौतें हुई हैं, जो बीते 7 महीनों का सर्वाधिक आंकड़ा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि कोरोना संक्रमण एक बार फिर से एंडेमिक स्टेज में आ गया है. बच्चे भी तेजी से कोरोना के शिकार हो रहे हैं. हालांकि राहत की खबर यह है कि प्रदेश में वैक्सीनेशन की जो किल्लत थी, वह दूर हुई है. प्रदेश में 25000 कार्बोवैक्स वैक्सीन का डोज पहुंच चुका है, जिसे 12 से 14 साल के बच्चों को लगाया जाएगा. इसके अलावा जो लोग कोविशिल्ड और कोवैक्सीन का दो डोज ले चुके हैं, उनमें बूस्टर डोज के तौर पर कार्बोवैक्स वैक्सीन लगाया जाएगा. पटना जिले को 2000 वैक्सीन का डोज उपलब्ध कराया गया है और पटना के गर्दनीबाग अस्पताल में यह वैक्सीन पहुंच चुका है. रविवार से वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: Bihar Corona Update: कोरोना का नया वेरिएंट अधिक घातक नहीं, महीने भर कर सकता है परेशान

कोविड गाइडलाइन का पालन करें: प्रदेश में संक्रमण की जिस प्रकार मामले बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है. तमाम अस्पतालों में कोरोना जांच बढ़ा दी गई है. न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस बार के संक्रमण में संक्रमित व्यक्ति में गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और हल्के लक्षण से संक्रमित हो रहे हैं. वैक्सीनेशन बेहद कारगर साबित हुए हैं. हालांकि लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. इसको देखते हुए अस्पताल में प्रतिदिन 250 से 300 की संख्या में टेस्टिंग किए जा रहे हैं, जिसमें 5 से 15 की संख्या में संक्रमित मिल रहे हैं.

मास्क जरूर लगाएं, भीड़भाड़ से बचें: डॉ. मनोज कहते हैं कि अस्पताल परिसर में सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए चेहरे पर मास्क अनिवार्य किया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ संक्रमण से बच सकें. मेडिकल स्टाफ संक्रमित होंगे तो अस्पताल का पूरा हेल्थ सिस्टम प्रभावित होगा और लोगों की परेशानी बढ़ेगी. लोगों से भी अपील की जा रही है कि चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें और संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ लोगों में जागरूकता भी बढ़ रही है.

"यह संक्रमण का कोई नई लहर ला रहा है, इस बात पर वह कुछ अधिक नहीं कर सकते लेकिन जरूर संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. उम्मीद यही व्यक्त की जा रही है कि अगले 20 दिनों के बाद मामले घटने शुरू हो जाएंगे. फिलहाल सभी लोगों को चेहरे पर मास्क का प्रयोग करने के साथ-साथ भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की कोशिश करनी चाहिए. कोरोना के लिए जो निर्धारित गाइडलाइन है, उनका पालन करना चाहिए. हैंड हाइजीन और सैनिटाइजेशन का विशेष महत्व है"- डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल

डॉ मनोज कुमार सिन्हा

पटना: पिछले 24 घंटे में बिहार में कोरोना के 91 नए मरीज मिले हैं. वहीं, देश भर में शुक्रवार को 11,109 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही 29 मौतें हुई हैं, जो बीते 7 महीनों का सर्वाधिक आंकड़ा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि कोरोना संक्रमण एक बार फिर से एंडेमिक स्टेज में आ गया है. बच्चे भी तेजी से कोरोना के शिकार हो रहे हैं. हालांकि राहत की खबर यह है कि प्रदेश में वैक्सीनेशन की जो किल्लत थी, वह दूर हुई है. प्रदेश में 25000 कार्बोवैक्स वैक्सीन का डोज पहुंच चुका है, जिसे 12 से 14 साल के बच्चों को लगाया जाएगा. इसके अलावा जो लोग कोविशिल्ड और कोवैक्सीन का दो डोज ले चुके हैं, उनमें बूस्टर डोज के तौर पर कार्बोवैक्स वैक्सीन लगाया जाएगा. पटना जिले को 2000 वैक्सीन का डोज उपलब्ध कराया गया है और पटना के गर्दनीबाग अस्पताल में यह वैक्सीन पहुंच चुका है. रविवार से वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो जाएगा.

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कोविड गाइडलाइन का पालन करें: प्रदेश में संक्रमण की जिस प्रकार मामले बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है. तमाम अस्पतालों में कोरोना जांच बढ़ा दी गई है. न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि इस बार के संक्रमण में संक्रमित व्यक्ति में गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और हल्के लक्षण से संक्रमित हो रहे हैं. वैक्सीनेशन बेहद कारगर साबित हुए हैं. हालांकि लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. इसको देखते हुए अस्पताल में प्रतिदिन 250 से 300 की संख्या में टेस्टिंग किए जा रहे हैं, जिसमें 5 से 15 की संख्या में संक्रमित मिल रहे हैं.

मास्क जरूर लगाएं, भीड़भाड़ से बचें: डॉ. मनोज कहते हैं कि अस्पताल परिसर में सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए चेहरे पर मास्क अनिवार्य किया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ संक्रमण से बच सकें. मेडिकल स्टाफ संक्रमित होंगे तो अस्पताल का पूरा हेल्थ सिस्टम प्रभावित होगा और लोगों की परेशानी बढ़ेगी. लोगों से भी अपील की जा रही है कि चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें और संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ लोगों में जागरूकता भी बढ़ रही है.

"यह संक्रमण का कोई नई लहर ला रहा है, इस बात पर वह कुछ अधिक नहीं कर सकते लेकिन जरूर संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. उम्मीद यही व्यक्त की जा रही है कि अगले 20 दिनों के बाद मामले घटने शुरू हो जाएंगे. फिलहाल सभी लोगों को चेहरे पर मास्क का प्रयोग करने के साथ-साथ भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की कोशिश करनी चाहिए. कोरोना के लिए जो निर्धारित गाइडलाइन है, उनका पालन करना चाहिए. हैंड हाइजीन और सैनिटाइजेशन का विशेष महत्व है"- डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल

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