पटना: प्रदेश में इंटरमीडिएट की परीक्षा कड़ी सुरक्षाओं के बीच शुरू हो चुकी है. इस बार बोर्ड ने कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए कमर कसी है. सोमवार को पहले दिन पूरे राज्य भर से 91 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया.
पटना जिला में इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए 82 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए काफी तैयारियां की है. परीक्षा के पहले दिन बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की जांच भी की. साथ ही परीक्षा केंद्रों पर समुचित व्यवस्था का जायजा लिया.
वहीं, प्रदेश में सबसे अधिक नालंदा जिले में 13 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. अरवल में 12 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. इस बार इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी है. सभी केंद्रों पर जोनल, सब जोनल और सुपर जोनल स्तर पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है.
विभिन्न जिलों में निष्कासित हुए परीक्षार्थियों की संख्या
- पटना -2
- नालंदा -13
- भोजपुर -4
- बक्सर -1
- गया -9
- नवादा - 4
- औरंगाबाद -1
- अरवल -12
- मोतिहारी -1
- बेतिया -2
- शिवहर -3
- सारण -8
- सिवान -1
- मधुबनी -6
- सहरसा -2
- सुपौल -5
- मधेपुरा -7
- भागलपुर -4
- बांका -1
- मुंगेर -1
- खगड़िया -3
- लखीसराय -1