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बिहार में कोरोना की स्थिति में लगातार हो रहा है सुधार, रिकवरी रेट 88% पहुंचा

सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है. बिहार में रिकवरी रेट 88% पहुंच गई है. वहीं बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी.

सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार
Secretary Information and Public Relations Anupam Kumar
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Published : Sep 2, 2020, 7:09 AM IST

पटना: सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू और जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी.

36 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन
अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है. इस स्थिति में उतरोत्तर सुधार हो रहा है और बिहार की रिकवरी रेट बढ़कर लगभग 88 प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 11 प्रतिशत अधिक है. चिकित्सकीय गुणवत्ता भी काफी बेहतर हुई है. इसके लिए प्रोटोकॉल्स बने हैं और नियमित रूप से वरीय पदाधिकारीगण अस्पतालों में विजिट कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव में मास्क का उपयोग काफी प्रभावी सिद्ध हुआ
है. रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 201 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 36 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.

24 घंटे में 2,029 लोग स्वस्थ और 1928 नए मामले
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,029 लोग स्वस्थ हुए हैं. वहीं अब तक 1,21,601 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ
हो चुके हैं. बिहार की रिकवरी रेट 87.95 प्रतिशत है. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,928 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 15,954 एक्टिव मरीज हैं. पिछले 24 घंटे में 1,15,559 सैंपल की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांच की संख्या 33,02,720 है. उन्होंने बताया कि आज से राजकीय मेडिकल कॉलेज बेतिया में आरटीपीसीआर जांच प्रारंभ हो गई है. अब सिर्फ दो ही सरकारी मेडिकल कॉलेज एनएमसीएच पटना और वर्द्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस पावापुरी बचे हुए है, जहां पर आरटीपीसीआर जांच के लिए सिविल वर्क चल रहा है, जिसे शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा.

मास्क न पहनने वालों से 3,329 रुपये फाइन
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार ने 01 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा
रहा है. पिछले 24 घंटे में 418 वाहन जब्त किए गए हैं और 21 लाख 18 हजार 100 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूली की गई है. इस दौरान 02 मामले दर्ज किए गए हैं और 10 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 80 मामले दर्ज किए गए हैं और 123 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 10,745 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 06 करोड़ 43 लाख 56 हजार रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क न पहनने वाले 3,329 व्यक्तियों से 01 लाख 68 हजार 450 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क न पहनने वाले 1,45,981 व्यक्तियों से 72 लाख 99 हजार 50 रुपये की जुर्माना राशि वसूली की गई है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.

कईं नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर 95,200 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह और कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमशः 10 सेंटीमीटर, 27 सेंटीमीटर और 13 सेंटीमीटर ऊपर है. कोशी
नदी के वीरपुर बराज पर 88,435 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति स्थिर है. सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर 80,712 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और
इसकी प्रवृत्ति घटने की है. बागमती नदी का जलस्तर कटौझा, बेनीबाद, हायाघाट, ढेंग, सोनाखान, डूब्बाधार और कनसार/चंदौली सभी गेज स्थलों पर खतरे के निशान से नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान के ऊपर है, जबकि झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से नीचे है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खगड़िया में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल और रोसरा रेल पुल में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली और गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से नीचे है. जल संसाधन विभाग सतत् निगरानी और चौकसी बरती जा रही है.

14,58,190 परिवारों 874.91 करोड़ भेजे गए
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े
जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इस स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है. प्रभावित इलाकों में चार कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 31,652 लोग भोजन कर रहे हैं. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है. अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 14,58,190 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6 हजार रुपये की दर से कुल 874.91 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. सभी लाभान्वित परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.

पटना: सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू और जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी.

36 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन
अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है. इस स्थिति में उतरोत्तर सुधार हो रहा है और बिहार की रिकवरी रेट बढ़कर लगभग 88 प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 11 प्रतिशत अधिक है. चिकित्सकीय गुणवत्ता भी काफी बेहतर हुई है. इसके लिए प्रोटोकॉल्स बने हैं और नियमित रूप से वरीय पदाधिकारीगण अस्पतालों में विजिट कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव में मास्क का उपयोग काफी प्रभावी सिद्ध हुआ
है. रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 201 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 36 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.

24 घंटे में 2,029 लोग स्वस्थ और 1928 नए मामले
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,029 लोग स्वस्थ हुए हैं. वहीं अब तक 1,21,601 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ
हो चुके हैं. बिहार की रिकवरी रेट 87.95 प्रतिशत है. विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,928 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 15,954 एक्टिव मरीज हैं. पिछले 24 घंटे में 1,15,559 सैंपल की जांच की गई है और अब तक की गई कुल जांच की संख्या 33,02,720 है. उन्होंने बताया कि आज से राजकीय मेडिकल कॉलेज बेतिया में आरटीपीसीआर जांच प्रारंभ हो गई है. अब सिर्फ दो ही सरकारी मेडिकल कॉलेज एनएमसीएच पटना और वर्द्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस पावापुरी बचे हुए है, जहां पर आरटीपीसीआर जांच के लिए सिविल वर्क चल रहा है, जिसे शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा.

मास्क न पहनने वालों से 3,329 रुपये फाइन
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार ने 01 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा
रहा है. पिछले 24 घंटे में 418 वाहन जब्त किए गए हैं और 21 लाख 18 हजार 100 रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूली की गई है. इस दौरान 02 मामले दर्ज किए गए हैं और 10 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 80 मामले दर्ज किए गए हैं और 123 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 10,745 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 06 करोड़ 43 लाख 56 हजार रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क न पहनने वाले 3,329 व्यक्तियों से 01 लाख 68 हजार 450 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क न पहनने वाले 1,45,981 व्यक्तियों से 72 लाख 99 हजार 50 रुपये की जुर्माना राशि वसूली की गई है. कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.

कईं नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर 95,200 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है. गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह और कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमशः 10 सेंटीमीटर, 27 सेंटीमीटर और 13 सेंटीमीटर ऊपर है. कोशी
नदी के वीरपुर बराज पर 88,435 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति स्थिर है. सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर 80,712 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और
इसकी प्रवृत्ति घटने की है. बागमती नदी का जलस्तर कटौझा, बेनीबाद, हायाघाट, ढेंग, सोनाखान, डूब्बाधार और कनसार/चंदौली सभी गेज स्थलों पर खतरे के निशान से नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान के ऊपर है, जबकि झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से नीचे है. महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर और ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खगड़िया में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल और रोसरा रेल पुल में खतरे के निशान से नीचे है. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली और गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से नीचे है. जल संसाधन विभाग सतत् निगरानी और चौकसी बरती जा रही है.

14,58,190 परिवारों 874.91 करोड़ भेजे गए
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े
जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इस स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है. प्रभावित इलाकों में चार कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 31,652 लोग भोजन कर रहे हैं. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है. अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 14,58,190 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6 हजार रुपये की दर से कुल 874.91 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. सभी लाभान्वित परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.

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