पटना: रविवार को दिन के 12:00 से 2:00 के बीच बीपीएससी 67वीं की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई और परीक्षा से पूर्व ही कई व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रश्नपत्र वायरल (67th BPSC Paper Leak) होने लगे. परीक्षा खत्म होने के बाद जब वायरल प्रश्न पत्र से परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का मिलान किया गया तो हू-ब-हू पाया गया. जिसके बाद बीपीएससी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई और कमेटी ने 3 घंटे के अंदर रिपोर्ट देकर परीक्षा रद्द करने की अनुशंसा कर दी. प्रश्न पत्र लीक (67th bpsc pt exam paper leak) होने और परीक्षा रद्द होने के बाद अभ्यर्थियों में खासा आक्रोश है. सेंटर गृह जिला से काफी दूर होने के कारण अभ्यर्थियों को परेशानी भी हुई थी, पैसे खर्च हुए सो अलग.
पढ़ें- BPSC पेपर लीक पर भड़के तेजस्वी, कहा- 'फौरन अभ्यर्थियों को 5000 रुपए का मुआवजा दे सरकार'
अभ्यर्थियों के सेंटर उनके गृह जिला से काफी दूर बनाए गए थे. ऐसे में जब परीक्षा देकर अभ्यर्थी वापस घर लौट रहे थे, इसी क्रम उन्हें पता चला कि जिस परीक्षा के लिए उन्होंने कई दिनों तक जी तोड़ मेहनत कर पढ़ाई की, परीक्षा अच्छा गया है वह परीक्षा अब रद्द हो गयी है. परीक्षा रद्द होने के बाद अभ्यर्थी सोमवार को बीपीएससी ऑफिस पहुंचे. अभ्यर्थियों के आने की संभावना को देखते हुए कार्यालय में पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम (Security alert in BPSC office) कर लिए गए थे और सैकड़ों की तादाद में पुलिस जवान तैनात किए गए हैं.
अभ्यर्थी पहुंचे बीपीएससी ऑफिस: पटना बीपीएससी ऑफिस में आयोग के अधिकारियों से मिलने पहुंचे अभ्यर्थी वीर बहादुर ने बताया कि वह पश्चिमी चंपारण के रहने वाले हैं और दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी करते थे. उनकी परीक्षा छपरा में पड़ी थी और परीक्षा देने आने के लिए उनका 10,000 से अधिक रुपया खर्च हुआ है. परीक्षा के लिए उन्होंने विगत 6 महीनों से जीत और मेहनत करके तैयारी की थी. हम जानने आए हैं कि अब आयोग क्या कदम उठाने वाला है. दूसरे अभ्यर्थी भी आयोग से जवाब के लिए कार्यालय का रुख कर रहे हैं.
"6 महीने तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकले और सिर्फ खाना खाने के लिए ही बाहर निकलते थे. फिर ये सब सुनने से बहुत बड़ा झटका लगता है. ऐसा लग रहा है कि मुझपर सुसाइडल अटैक किया गया है. दस हजार परीक्षा देने में मेरा खर्च हुआ है. इस मामले में बड़े अधिकारियों से लेकर मंत्री की भी मिली भगत हो सकती है. परीक्षा में यह धांधली पहले से चला आ रहा है लेकिन इस बार सोशल मीडिया ने इसे उजागर कर दिया है."- वीर बहादुर, अभ्यर्थी
"मैं पटना में रहता हू और सेंटर बेतिया पड़ा था. रास्ते में पता चला की परीक्षा कैंसिल हो गयी जिसके बाद मैं अंदर से काफी टूट गया. क्योंकि परीक्षा के लिए मैंने जी तोड़ मेहनत की थी. अब बीपीएसी कार्यालय आया हूं क्योंकि इन लोगों ने हमारे साथ खिलवाड़ किया है. इतनी मेहनत की थी, रिजल्ट भी अच्छा आता. इन लोगों के लिए कितना आसान होता है एक चिट्ठी जारी कर कह देना कि परीक्षा रद्द हो गयी है. इस परीक्षा के लिए मैंने अपने कितने दोस्तों की शादी में जाने से मना कर दिया था. उसके बाद ये सब होने से मन बहुत विचलित हो जाता है. बिहार कब आगे बढ़ेगा, अभी भी जंगलराज है."- सन्नी कुमार, अभ्यर्थी
"बीपीएससी के ऑफिस आई हूं. मैं झारखंड के जमशेदपुर की रहने वाली हूं और परीक्षा के लिए ही यहां आई हुई थी. मेरा सेंटर गया में पड़ा था. ऐसे में 1 दिन पहले आकर पटना में रुकी थी. फिर अगले दिन गया गई, परीक्षा अच्छा गया. परीक्षा के लिए काफी मेहनत की थी. हम सब इतनी दूर दूर से आए थे और हमारे साथ ऐसा हुआ. डिजिटल एक्जाम ले लिया जाए तो ज्याद अच्छा होगा. मैं दो दिन से अपने घर से बाहर हूं. आने जाने में परेशानी हो रही है लेकिन मुझे सरकार से पैसा नहीं रिजल्ट चाहिए."- प्रीति कुमार अभ्यर्थी
परीक्षा से पहले पेपर हुआ था वायरल: गौरतलब है कि पटना में 55,710 परीक्षार्थियों के लिए 83 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. 802 पदों के लिए पहली बार रिकार्ड छह लाख से अधिक आवेदन परीक्षा के लिए आए थे. परीक्षा दोपहर 12 बजे से दो बजे तक आयोजित हुई. आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि इस परीक्षा के लिए 6,02,221 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था. सभी परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू की गई थी. बहरहाल, पेपर रद्द होने के चलते छात्रों में मायूसी है. अभ्यर्थी पेपर लीक मामले में आयोग को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने पर अभ्यर्थियों ने रोष जताया है.
पढ़ें: 67th BPSC Paper leak: बोले तेजस्वी- बीपीएससी का 'बिहार लोक पेपर लीक आयोग' होना चाहिए नाम
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP