पटना: बिहार पुलिस भी फ्रंटलाइन वर्कर्स में से एक है जिन्होंने कोरोना काल में अपने साथ-साथ आम जनता की सुरक्षा में बढ़-चढ़कर काम किया. पुलिस मुख्यालय सहित बिहार के सभी जिलों में फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए कोरोना टीकाकरण जारी है.
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4 दिनों से टीकाकरण बंद
पुलिसकर्मियों में मायूसी
प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी, पुलिस अस्पताल पहुंच रहे हैं और वहां कोरोना टीकाकरण नहीं मिलने की वजह से मायूस होकर वापस ड्यूटी पर लौट जा रहे हैं. पुलिसकर्मियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि पिछले 4 दिनों से वह बार-बार पुलिस अस्पताल पहुंच रहे हैं. पर टीका नहीं दिया जा रहा जिस वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
एससीआरबी के एडीजी के मुताबिक
एससीआरबी के एडीजी कमल किशोर सिंह के मुताबिक अब तक 69 परसेंट पुलिसकर्मी 28 परसेंट होमगार्ड और सिविल डिफेंस डिजास्टर मैनेजमेंट के 90% लोगों ने कोरोना का टीकाकरण करवाया है. कुल एवरेज की बात करें तो 62% फ्रंटलाइन वर्कर्स ने बिहार में अब तक कोरोना टीकाकरण करवाया है.
महज 62% फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण
हालांकि जिस दिन फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकाकरण दिया जा रहा था, सबसे पहले बिहार पुलिस के मुखिया संजीव कुमार सिंगल सहित पुलिस मुख्यालय स्थित सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कोरोना टीकाकरण करवाया था. जिसके बाद बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल ने सभी पुलिसकर्मियों से अपील किया था कि कोरोना टीकाकरण से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है. पुलिस कर्मियों को बढ़-चढ़कर टीकाकरण करवाना चाहिए. जिसके बावजूद भी महज 62 परसेंट फ्रंटलाइन वर्कर्स ने अब तक टीकाकरण करवाया है.
कम संख्या में होमगार्ड के जवानों का वैक्सीनेशन
बिहार पुलिस सहित होमगार्ड सिविल डिफेंस डिजास्टर मैनेजमेंट के फ्रंट लाइन वर्कर्स में अब तक महज 62 परसेंट फ्रंटलाइन वर्कर्स ने टीकाकरण करवाया है. इसके पीछे का कारण है, होमगार्ड के जवान हमेशा एक्टिव ड्यूटी पर नहीं होते हैं. जिस वजह से उन्हें मैसेज का टीकाकरण समय पर नहीं मिल पाया है. जिस वजह से प्रतिशत कम है.
पुलिस मुख्यालय से मिल रही जानकारी के अनुसार लगभग 42000 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए थे जिनमें से 24 पुलिसकर्मी की कोरोना की वजह से मौत हुई हो चुकी है.