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Lockdown: आज 32 ट्रेनों से 47 हजार प्रवासी आएंगे बिहार

देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अन्य राज्यों में फंसे मजदूर, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को उनके गृहराज्य पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे ने एक मई से 800 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया. भारतीय रेलवे ने कहा कि अब तक 10 लाख से भी अधिक प्रवासी अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच गए हैं.

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Published : May 15, 2020, 7:53 AM IST

पटना: विभिन्न राज्यों में फंसे 46 हजार 795 प्रवासी 32 ट्रेनों से आज बिहार आएंगे. गुरुवार को 34 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से करीब 51 हजार श्रमिक आए. सभी को प्रखंड क्वारंटीन सेंटर पर बसों के माध्यम से भेजा गया.

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से प्रवासी मजदूरों के राशन संबंधी घोषणा का बिहार के उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 10 लाख लोग जो लौट कर के बिहार आ रहे हैं उनके पास राशन कार्ड नहीं है ऐसे में दो महीने के लिए मुफ्त राशन से उनको राहत पहुंचेगी. 'वन कार्ड वन नेशन' उन्हें दूसरे राज्यों में जहां वो जाएंगे वहां भी लाभ पहुंचाएगा.

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज की मांग
बिहार में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है और प्रवासी मजदूरों के बिहार आने से स्थिति बेकाबू होती जा रही है. सरकार के पास फिलहाल पर्याप्त संसाधन नहीं है और जांच के मामले में बिहार निचले पायदान पर है. अब हालात से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज की मांग उठने लगी है.

बिहार को मिलना चाहिए विशेष राज्य का दर्जा: मंत्री
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने एक बार फिर विशेष राज्य के दर्जे की मांग की है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद जिस तरह से राज्य में प्रवासी और अन्य लोग राज्य आ रहे हैं. उनकी रोजगार सृजन का जिम्मेवारी बिहार सरकार के ऊपर है. उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को दोहराते हुए याद दिलाया कि अगर यह मांग पूरी होती, तो राज्य में भारी संख्या में उद्योग धंधे लग गए होते. लेकिन विशेष राज्य का दर्जा बिहार को नहीं मिलने के कारण उद्योग धंधे नहीं फल-फूल सके हैं.

उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश को लिखा पत्र
इस बीच, रालोसपा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर राज्य को विशेष राज्य का दर्जा की मांग करने का सही समय बताते हुए कई सुझाव दिए हैं. कुशवाहा ने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार से तत्काल विशेष राज्य का दर्जा मांगने का यह सही समय है.

लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों पर पुलिस सख्त
बिहार पुलिस मुख्यालय ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले पूरे बिहार का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि 24 मार्च से अब तक कुल 2033 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं, 2139 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. वहीं 69,125 वाहनों को जब्त किया गया है. 15,92,97,186 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है.

पटना की सड़कों पर निकले यमराज
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पटना में नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस दौरान कलाकार ने यमराज के रूप में लोगों को समझाया. उन्होंने एनएच-31 और गांव के गली-गली में घूम कर लोगों को जागरूक करने का एक अनोखा तरीका निकाला है, जिसमें यमराज और चित्रगुप्त का संवाद को दर्शाया गया है.

दानापुर में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
गुरुवार को दानापुर स्टेशन पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही रोड जाम कर घर जाने की मांग की. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी प्रशासन के सामने धज्जियां उड़ाई गई. हंगामा उन यात्रियों ने किया, जिन्हें दरभंगा और मधुबनी जाना था. लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें बस मुहैया नहीं कराई गई.

पटना में फंसे राजस्थान के लोग
राजस्थान और पंजाब के कई लोग जोकि फेरी का पटना में काम करते हैं. ट्रेनों और स्टेशनों पर घूम-घूम कर सामान बेचते हैं. वह सभी लॉकडाउन की वजह से पटना में फंसे हुए थे. रहने खाने में भी समस्या हो रही थी. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद मारवाड़ी समाज द्वारा उनके पास राशन पहुंचाया गया. साथ ही राजस्थान जाने के लिए बस की व्यवस्था भी की गई.

ट्रकों से घर लौट रहे प्रवासी श्रमिक
मुजफ्फरपुर के एनएच 28 पर ट्रक और छोटी गाड़ियों में जैसे-तैसे लदकर लोग घर लौट रहे हैं. प्रवासी लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए वापस लौट रहे हैं. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच अब प्रवासी श्रमिक रेलगाड़ी के बजाय ट्रक पर सवार होकर जान जोखिम में डालकर घर पहुचने की कोशिश कर रहे हैं. इससे कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की संभावना काफी बढ़ गई है.

खाने के लिए प्लेटफॉर्म पर ही भिड़ गए प्रवासी मजदूर
दरअसल गुरुवार को दिल्ली से पूर्णिया की ओर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन कटिहार स्टेशन पर रूकी थी. जहां आईआरसीटीसी के कर्मी यात्रियों के लिए खाना लेकर बोगी में गए. इस दौरान मजदूर फूड पैकेट्स पर टूट पड़े और देखते ही देखते लूट मच गई.

मजदूरों के लिए वरदान साबित हुआ मनरेगा
दरभंगा में 100 दिनों का रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा संचालित मनरेगा स्कीम मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत जिले के 49 हजार लोगों काम कर रहे हैं. इस योजना से जहां मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है. वहीं, पंचायतों का भी विकास हो रहा है.

पटना: विभिन्न राज्यों में फंसे 46 हजार 795 प्रवासी 32 ट्रेनों से आज बिहार आएंगे. गुरुवार को 34 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से करीब 51 हजार श्रमिक आए. सभी को प्रखंड क्वारंटीन सेंटर पर बसों के माध्यम से भेजा गया.

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से प्रवासी मजदूरों के राशन संबंधी घोषणा का बिहार के उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 10 लाख लोग जो लौट कर के बिहार आ रहे हैं उनके पास राशन कार्ड नहीं है ऐसे में दो महीने के लिए मुफ्त राशन से उनको राहत पहुंचेगी. 'वन कार्ड वन नेशन' उन्हें दूसरे राज्यों में जहां वो जाएंगे वहां भी लाभ पहुंचाएगा.

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज की मांग
बिहार में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है और प्रवासी मजदूरों के बिहार आने से स्थिति बेकाबू होती जा रही है. सरकार के पास फिलहाल पर्याप्त संसाधन नहीं है और जांच के मामले में बिहार निचले पायदान पर है. अब हालात से निपटने के लिए स्पेशल पैकेज की मांग उठने लगी है.

बिहार को मिलना चाहिए विशेष राज्य का दर्जा: मंत्री
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने एक बार फिर विशेष राज्य के दर्जे की मांग की है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद जिस तरह से राज्य में प्रवासी और अन्य लोग राज्य आ रहे हैं. उनकी रोजगार सृजन का जिम्मेवारी बिहार सरकार के ऊपर है. उन्होंने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को दोहराते हुए याद दिलाया कि अगर यह मांग पूरी होती, तो राज्य में भारी संख्या में उद्योग धंधे लग गए होते. लेकिन विशेष राज्य का दर्जा बिहार को नहीं मिलने के कारण उद्योग धंधे नहीं फल-फूल सके हैं.

उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश को लिखा पत्र
इस बीच, रालोसपा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर राज्य को विशेष राज्य का दर्जा की मांग करने का सही समय बताते हुए कई सुझाव दिए हैं. कुशवाहा ने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार से तत्काल विशेष राज्य का दर्जा मांगने का यह सही समय है.

लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों पर पुलिस सख्त
बिहार पुलिस मुख्यालय ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले पूरे बिहार का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि 24 मार्च से अब तक कुल 2033 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं, 2139 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. वहीं 69,125 वाहनों को जब्त किया गया है. 15,92,97,186 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है.

पटना की सड़कों पर निकले यमराज
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पटना में नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस दौरान कलाकार ने यमराज के रूप में लोगों को समझाया. उन्होंने एनएच-31 और गांव के गली-गली में घूम कर लोगों को जागरूक करने का एक अनोखा तरीका निकाला है, जिसमें यमराज और चित्रगुप्त का संवाद को दर्शाया गया है.

दानापुर में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
गुरुवार को दानापुर स्टेशन पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही रोड जाम कर घर जाने की मांग की. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी प्रशासन के सामने धज्जियां उड़ाई गई. हंगामा उन यात्रियों ने किया, जिन्हें दरभंगा और मधुबनी जाना था. लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें बस मुहैया नहीं कराई गई.

पटना में फंसे राजस्थान के लोग
राजस्थान और पंजाब के कई लोग जोकि फेरी का पटना में काम करते हैं. ट्रेनों और स्टेशनों पर घूम-घूम कर सामान बेचते हैं. वह सभी लॉकडाउन की वजह से पटना में फंसे हुए थे. रहने खाने में भी समस्या हो रही थी. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद मारवाड़ी समाज द्वारा उनके पास राशन पहुंचाया गया. साथ ही राजस्थान जाने के लिए बस की व्यवस्था भी की गई.

ट्रकों से घर लौट रहे प्रवासी श्रमिक
मुजफ्फरपुर के एनएच 28 पर ट्रक और छोटी गाड़ियों में जैसे-तैसे लदकर लोग घर लौट रहे हैं. प्रवासी लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए वापस लौट रहे हैं. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच अब प्रवासी श्रमिक रेलगाड़ी के बजाय ट्रक पर सवार होकर जान जोखिम में डालकर घर पहुचने की कोशिश कर रहे हैं. इससे कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की संभावना काफी बढ़ गई है.

खाने के लिए प्लेटफॉर्म पर ही भिड़ गए प्रवासी मजदूर
दरअसल गुरुवार को दिल्ली से पूर्णिया की ओर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन कटिहार स्टेशन पर रूकी थी. जहां आईआरसीटीसी के कर्मी यात्रियों के लिए खाना लेकर बोगी में गए. इस दौरान मजदूर फूड पैकेट्स पर टूट पड़े और देखते ही देखते लूट मच गई.

मजदूरों के लिए वरदान साबित हुआ मनरेगा
दरभंगा में 100 दिनों का रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा संचालित मनरेगा स्कीम मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत जिले के 49 हजार लोगों काम कर रहे हैं. इस योजना से जहां मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है. वहीं, पंचायतों का भी विकास हो रहा है.

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