पटना: बिहार (Bihar) में प्राथमिक शिक्षकों के नब्बे हजार सात सौ बासठ (90762) पदों पर बहाली के लिये नियोजन के छठे चरण का दूसरा राउंड पूरा हो चुका है. दूसरे राउंड के बाद एक अनुमान के मुताबिक करीब 40 प्रतिशत से ज्यादा पद खाली रह गए हैं. हालांकि, कई जगहों की काउंसलिंग अभी बाकी है लेकिन शिक्षा विभाग के लिए असल परेशानी यह है कि इतनी बड़ी संख्या में सीटें अब तक क्यों खाली है.
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छठे चरण में प्राथमिक शिक्षकों के 90,762 पदों को भरने के लिए जुलाई और अगस्त महीने में काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षकों का नियोजन हुआ है. हालांकि आधिकारिक आंकड़े अब तक शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. वहीं एक अनुमान के मुताबिक करीब 50 हजार से ज्यादा पदों पर चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.
वहीं बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्यों 40 प्रतिशत से ज्यादा सीटें अब तक खाली रह गई हैं. कई जगहों पर गड़बड़ी की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग रद्द की और उसे अगले राउंड के लिए छोड़ दिया है. वहीं कई जगहों पर अब तक लिस्ट जारी नहीं होने की वजह से कैंसिल नहीं हो पाई है. वहां भी तीसरे राउंड में काउंसलिंग होने की संभावना है.
अब तीसरे राउंड की तिथि की घोषणा से पहले शिक्षा विभाग इस कवायद में लगा है कि किस तरह की कैटेगरी की सीटें खाली रही हैं और किन जगहों पर कम मेरिट वाले अभ्यर्थियों का चयन ज्यादा हुआ है. ऐसी नियोजन इकाइयों पर शिक्षा विभाग सख्ती कर सकता है. जाहिर है जब तीसरे राउंड की काउंसिलिंग शुरू होगी तो मेरिट लिस्ट गिरेगी और कम मेरिट वाले अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा.
शिक्षा विभाग के 4 सदस्य टीम लगातार कई जिलों का दौरा करके अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है. कई जगहों पर ज्यादा सीटें उपलब्ध होने के बावजूद वहां कम लोगों की काउंसलिंग हुई है. सूत्रों के मुताबिक सितंबर महीने में तीसरे राउंड की काउंसलिंग हो सकती है. जिसमें तमाम बचे हुए अभ्यर्थियों को शामिल होने का मौका मिलेगा.
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