पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona infection in Bihar) को रोकने के लिए नीतीश सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है. कोरोना महामारी और लॉकडाउन ने आर्थिक गतिविधियों को काफी बुरी तरह से प्रभावित किया है. बिहार में उद्योग सेक्टर पर भी इसका काफी असर पड़ा है. उत्पादन में करीब 25% से 50% तक की कमी आई है. वहीं अगर बात करें स्टार्टअप की तो बिहार के 40% स्टार्टअप इससे प्रभावित हुए हैं.
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लॉकडाउन का स्टार्ट अप पर असर
हालांकि, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण स्टार्टअप बिहार में बंद नहीं हुए और ना ही कोई ऐसे स्टार्टअप हैं, जो लॉकडाउन के कारण शुरू नहीं हो पाए. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि फिलहाल हमारे समझ में ऐसा कोई स्टार्टअप नहीं है, जो लॉकडाउन के कारण नहीं शुरू हो पाया हो.
''बिहार के जितने भी स्टार्टअप हैं, उनका चयन सरकार ने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के पहले किया था. इसलिए कोई ऐसा स्टार्टअप नहीं है, जो शुरू नहीं हो पाए हो. हालांकि, जो स्टार्टअप शुरू हुए हैं उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन के कारण स्टार्टअप पर काफी अधिक असर पड़ा है. वह अपना कार्य पूरी तरह से नहीं कर पा रहे हैं.''- राम लाल खेतान, अध्यक्ष, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
स्टार्ट अप में आ रही समस्याएं
वहीं उन्होंने बताया कि बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में कुल तीन से चार ऐसे स्टार्ट अप हैं जो लॉकडाउन के ठीक पहले चयनित हुए और उन्होंने अपना कार्य भी शुरू कर दिया अभी उन्हें काफी समस्या जरूर हो रही है, लेकिन वह अपना कार्य कर रहे हैं.
महामारी की मार
भागलपुर की रहने वाली सारिका ने बताया कि वह महिलाओं के साथ मिलकर कार्य कर रही हैं और अपना स्टार्टअप चयनित होने के बाद पटना आए, ताकि अधिक लोगों के साथ मिलकर कार्य कर सकें. लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण वह अभी तक पटना में है उनका स्टार्टअप तो शुरू हो गया है लेकिन कार्य बिल्कुल भी नहीं हो पा रहा है. अभी तक महज 5 से 10% ही कार्य स्टार्टअप का हो पाया है.
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पटना के राजवीर ने बताया कि लोगों की सहायता के लिए उन्होंने एक स्टार्टअप तैयार किया था. लोगों की बहाली के लिए सभी प्रक्रिया भी हो गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ने और लॉकडाउन लगातार लगने के कारण जो निवेशक हैं, उन्होंने निवेश नहीं किया इसलिए बहाली प्रक्रिया रुकी हुई है और फिलहाल हम भी चार-पांच लोग मिलकर कार्य कर रहे हैं.