पटना: बिहार में डेंगू का डंक का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और नए मामलों पमें लगातार इजाफा हो रहा है. बीते 1 महीने से पूरा बिहार डेंगू के चपेट में है और राजधानी पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. बीते 24 घंटे में बिहार में डेंगू के 346 नए मामले आए हैं. इसमें सर्वाधिक 165 नए मामले सिर्फ पटना में ही मिले हैं. पटना के अलावा भागलपुर में 25 मरीज मिले है.
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इन जिलों में भी सक्रिय है डेंगू: प्रदेश में पटना के अलावा भागलपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, वैशाली जैसे प्रदेश के सभी जिले डेंगू से प्रभावित हैं. पटना में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ गंभीर मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है और अस्पताल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है. पटना के चारों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 94 मरीजों का इलाज चल रहा है.
पटना में डेंगू मरीजों में हो रहा इजाफा: एम्स पटना में 25 मरीज, आईजीआईएमएस में 25 मरीज, पीएमसीएच में 26 मरीज और एनएमसीएच में 18 मरीज एडमिट हैं. वहीं पूरे प्रदेश की अगर बात करें तो प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 320 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्वाधिक 131 मरीज एडमिट है. साल में डेंगू के 7431 नए मामले आ चुके हैं जबकि सितंबर से प्रदेश में 7156 मामले मिले हैं. पटना में ही डेंगू मरीजों की संख्या 2321 है.
सफाई कर्मियों की हड़ताल का असर: गौरतलब हो कि पटना में दैनिक सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण जिस स्तर पर डेंगू को लेकर फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव होना चाहिए था वह नहीं हुआ है. इसके साथ ही मौसम भी डेंगू के मच्छर के पनपने के लिए अनुकूल है.
बारिश का पानी जमा होने से बढ़ा खतरा: चिकित्सकों की माने तो सफाई कर्मियों के हड़ताल के कारण कई जगह पर कचरा जमा है और कचरे में पड़े हुए प्लास्टिक इत्यादि में बारिश का पानी जमा हो रहा है जो डेंगू के मच्छर को पनपने में मदद कर रहा है. गंदगी के कारण मच्छर जनित कई रोग बढ़े हैं और टाइफाइड और वायरल फीवर के मामले भी बहुत अधिक बढ़े हुए हैं. हालांकि बुधवार देर शाम सफाई कर्मियों ने नगर निगम से समझौते के बाद हड़ताल वापस ले लिया है और अब सफाई ड्यूटी पर लौट आए हैं.
पटना में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव: नगर आयुक्त का कहना है कि जहां भी कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है उसे 48 घंटे के अंदर पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा और सफाई के बाद वहां चुना पाउडर के छिड़काव के साथ-साथ एंटी लार्वा का भी छिड़काव कराया जाएगा. डेंगू के मामले पटना में बढ़े हुए हैं और इसको लेकर फॉगिंग और एंटी लार्वा के छिड़काव में तेजी लाई जाएगी.
सहायता के लिए इस मंबर पर करें संपर्क: बता दें कि डेंगू को लेकर राजधानी पटना में राज्य डेंगू नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जो 24 घंटे मरीजों की सहायता के लिए उपलब्ध है. डेंगू कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर 0612-2951964 स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया है. यहां एक कॉल पर लोग अस्पतालों में उपलब्ध बेड से लेकर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.