नई दिल्ली/पटनाः देश में इलाज के नाम पर भारी भरकम बिल वसूलने के लिए निजी अस्पताल ही बदनाम हैं. लेकिन दिल्ली में एक सरकारी अस्पताल ऐसा भी है जहां 22 लाख रुपये जमा कराने के बाद भी मरीज के परिजनों को डर लग रहा है कि पैसों की कमी की वजह से कहीं इलाज रुक ना जाए. मामला आईएलबीएस अस्पताल का है.
लीवर की परेशानी से पीड़ित है मरीज
दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल में बिहार के सिवान जिले के अनंत कुमार पाण्डेय भर्ती हैं. अनंत पांडेय की बेटी सोनी बताती हैं कि करीब 2 महीने पहले वो बिहार से इलाज के दिल्ली आई थी. डॉक्टरों ने उन्हें लीवर की परेशानी बताई थी. तब करीब महीने भर के इलाज के बाद उनकी तबीयत में काफी सुधार भी हुआ था. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें ऑपरेशन की जरूरत है. जिसमें काफी पैसे खर्च होंगे. पैसों के इंतजाम के लिए परिवार बिहार गया तो अनंत गंभीर रूप से बीमार हो गए.
'22 लाख दे दिए, अब नहीं हैं पैसे'
सोनी बताती हैं कि अब तक वो इलाज के नाम पर अस्पताल को करीब 22 लाख रुपये दे चुकी हैं. लेकिन अभी तक ना तो ऑपरेशन हो पाया है और ना ही अब उनके पास देने को और पैसे बचे हैं. ऐसे में अस्पताल रोज-रोज उन पर पैसों के इंतजाम का दबाव बना रहा है. जिससे उन्हें डर लग रहा है कि कहीं पैसे के अभाव में अस्पताल उनके पिता का इलाज न रोक दे.