पटनाः ऑपरेशन क्लीन अप के तहत गंभीर आरोप लगने के संबंध में कुल 21 सिपाहियों को उनकी सेवा से हमेशा के लिए बर्खास्त (21 Constables Dismissed In Bihar) कर दिया गया. इस पूरे मामले की जानकारी पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों (SSP Manavjit Singh Dhillon) ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए दी. बर्खास्त किए गए इन सभी सिपाहियों पर मद्य निषेध और भ्रष्टाचार के साथ-साथ अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के आरोप दर्ज थे. ...
ये भी पढ़ेंः Begusarai Crime News: पूजा पंडाल में हंगामे का विरोध किया तो बदमाशों ने मार दी गोली
पटना एसएसपी ने जानकारी दी है कि मद्य निषेध कानून के उल्लंघन के आरोप में कुल 5 सिपाहियों को उनकी सेवा से बर्खास्त किया गया तो वहीं, भ्रष्टाचार के आरोप में कुल 3 सिपाहियों को हटाया गया. किसी कांड में अभियुक्त के पक्ष में रहने के आरोप में दो सिपाहियों की बर्खास्तगी की गई. 5 वर्षों से लगातार अपने कार्य और कर्तव्य से अनुपस्थित रहने वाले कुल 11 सिपाहियों की सेवा समाप्त की गई.
यह भी पढ़ें- 'रात दो बजे युवक को घर से बुलाकर ले गए बदमाश.. फिर गंगा घाट पर ले जाकर मारी गोली'.. जमकर हुआ बवाल
प्रेस रिलीज में बताया गया कि सिपाही श्रीकांत पांडे को सरकारी गाड़ी से इंधन और मीटर रीडिंग में अनियमितता बरतने के आरोप में बर्खास्त किया गया तो बहादुर उरांव को शराब पीने के आरोप में बर्खास्त किया गया. श्री राम मालाकार को खगड़िया का थाना कांड संख्या 551/15 में नामजद अभियुक्त होने के आरोप में उनकी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. तो इंद्रजीत तिवारी को नशे की हालत में सरकारी शस्त्र से तीन राउंड फायरिंग करने के आरोप में बर्खास्त किया गया.
वहीं, सिपाही अखिलेश पाठक और गांधी मैदान थाने में पदस्थापित सिपाही विशेष कुमार सिंह को शराब पीने के आरोप में बर्खास्त किया गया. वेद निधि को कदम कुआं थाना कांड संख्या 402 / 18 में नामजद अभियुक्त होने के आरोप में बर्खास्त किया गया. सिपाही रविकांत तिवारी को नवीन पुलिस केंद्र पटना में रखे सरकारी बुलेट मोटरसाइकिल चोरी करने के आरोप में बर्खास्त किया गया. अजय कुमार को निगरानी थाना कांड संख्या 20/19 में नामजद होने के कारण बर्खास्त किया गया. वहीं, अजय कुमार को शराब पीने के आरोप में बर्खास्त किया गया है. कुल मिलाकर 21 कांस्टेबल को उनके पद से हटाया गया.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP