पटना: राजधानी स्थित पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 20 बेडों का पोस्ट कोविड-19 वार्ड बनाया जा रहा है. यह वार्ड सितंबर के पहले सप्ताह के अंत तक तैयार हो जाएगा. इस पोस्ट कोविड वार्ड में आगे चलकर ओपीडी स्तर पर भी ट्रीटमेंट शुरू हो सकती है. दिल्ली एम्स सहित देश के कई बड़े अस्पतालों में पोस्ट कोविड वार्ड की सुविधा शुरू हो चुकी है. पोस्ट कोविड-19 वार्ड बनने के बाद पीएमसीएच राज्य का पहला ऐसा अस्पताल होगा जहां यह सुविधा होगी.
पीएमसीएच के उपाधीक्षक और कोविड-19 केयर सेंटर के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर अरुण अजय ने बताया कि कोरोना के गंभीर मरीज जो वेंट पर चले जाते हैं या जो सीवियर हो जाते हैं. उनमें कोरोना ठीक है होने के बाद भी शरीर में कई प्रकार के कंप्लिकेशन रह जाते हैं. उन मरीजों को कोरोना पेशेंट के बीच रखकर इलाज करना सुरक्षित नहीं है. ऐसे मरीजों के लिए पोस्ट कोविड-19 वार्ड बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना से ठीक होकर गए कुछ मरीज 24 से 25 दिनों में फिर से अस्पताल में आते हैं. उन्हें सीधे जनरल वार्ड में नहीं डाला जा सकता है. इस लिए पोस्ट कोविड-19 वार्ड की जरूरत थी.
मरीजों के साथ अटेंडेंट भी रह सकेंगे
डॉक्टर अरुण अजय ने बताया कि पोस्ट कोविड-19 वार्ड में मरीजों के साथ उनके अटेंडेंट भी रह सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह वार्ड कोरोना के लिए नहीं बल्कि कोरोना के कारण शरीर में होने वाले कंप्लिकेशन का इलाज करने के लिए है. बता दें कि गंभीर कोरोना मरीजों को ठीक होने के बाद फेफड़े और शरीर के कई अन्य हिस्सों में समस्याएं शुरू हो जा रही है.