पटनाः साल 2021-22 में कोविड लहर के बावजूद रेलवे ने टिकट चेकिंग से रिकॉर्ड आय (182 Crore Revenue Got from Ticket Checking) हासिल की है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 32.04 लाख बिना टिकट यात्री पकड़े गये. जिनसे कुल 182.84 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई, जो निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 35 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में 51 प्रतिशत अधिक है. वहीं, दानापुर रेल मंडल (Danapur Railway Division) से 56.70 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई.
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अप्रैल-मई में लॉकडाउन समाप्ति के बाद ट्रेनों का आवागमन सामान्य हुआ और ट्रेनों की संख्या में बढ़ोत्तरी की गयी. साथ ही कुछ ट्रेनों में अक्टूबर से अनारक्षित टिकटों की सुविधा भी प्रदान की गयी. दशहरा एवं छठ पर्व के समाप्त होने के बाद यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई. साथ ही बिना टिकट यात्रा करने वालों के विरूद्ध सख्ती बढाई गई और विशेष टिकट जांच अभियान पांचों मंडलों के महत्वपूर्ण स्टेशनों एवं ट्रेनों में चलाए जाने लगे. जिनमें वाणिज्य विभाग के साथ-साथ सभी विभाग के अधिकारियों एवं रेलवे सुरक्षा बल ने योगदान दिया है.
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वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 32.04 लाख बिना टिकट यात्री पकड़े गये. जिनसे कुल 182.84 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई जो निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 35 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में 51 प्रतिशत अधिक है. दानापुर मंडल ने 56.70 करोड़, पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल ने 21.89 करोड़, धनबाद मंडल ने 18.83 करोड़, सोनपुर मंडल ने 35.29 करोड़ एवं समस्तीपुर मंडल ने 50.12 करोड़ का रेल राजस्व प्राप्त किया. पांचों मंडलों में दानापुर मंडल द्वारा टिकट चेकिंग से सर्वाधिक रेल राजस्व प्राप्त किया गया है. इसमें पटना जं. पर कार्यरत टिकट चेकिंग स्क्वायड-04 के टिकट परीक्षक शशि कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
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