पटना: बिहार में डेंगू के 158 नए मरीज मिले हैं. इसमें पटना में सर्वाधिक 62 नए मामले मिले हैं. प्रदेश में पटना के अलावा नालंदा, नवादा, भागलपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली जैसे प्रदेश के सभी जिले डेंगू से प्रभावित हैं. प्रदेश में डेंगू के कुल ज्ञात मामलों की संख्या 17298 हो चुकी है. इसमें पटना में ही डेंगू मरीजों की संख्या 7976 हो गई है. प्रदेश में नवंबर महीने में अब तक डेंगू के 1368 मरीज मिल गए हैं.
पटना में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामले: पटना में डेंगू के मामले बढ़े होने के कारण गंभीर मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी हुई है. पटना के चारों सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 86 मरीजों का इलाज चल रहा है. पटना एम्स में 26 मरीज, आईजीआईएमएस में 15 मरीज, पीएमसीएच में 17 मरीज और एनएमसीएच में 28 मरीज एडमिट हैं. इसके अलावा विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में 50 से अधिक डेंगू मरीज एडमिट है.
अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती: वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 235 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्वाधिक 74 मरीज एडमिट हैं. इसके अलावा पावापुरी मेडिकल कॉलेज में 33 डेंगू मरीज और गया के मगध मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 13 मरीज एडमिट हैं.
क्या कहते हैं चिकित्सक?: वहीं डेंगू के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया है कि ठंड की शुरुआत होने पर ही डेंगू के मामले कम होने के आसार बन रहे हैं. अगले 10 दिनों में डेंगू के मामलों में थोड़ी कमी आएगी लेकिन अभी पटना में डेंगू काफी अधिक फैल चुका है. इस वजह से डेंगू का संक्रमण दर अधिक है. लोगों को डेंगू से बचने के लिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी का जमाव नहीं होने दे और स्वच्छता का ख्याल रखें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
"घर में यदि कोई डेंगू का मरीज है तो उसे मच्छरदानी के भीतर ही रखें. डेंगू में शरीर के अंदर प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल कम हो जाता है. इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखें. प्रचुर मात्रा में पानी पिएं और ताजा सुपाच्य भोजन ही सेवन करें. डेंगू फीवर यदि चढ़ता है तो पेरासिटामोल का सेवन करें और बुखार को अधिक देर तक शरीर में रहने नहीं दें. मौसमी फलों का सेवन करें"- दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक, पटना
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