पटना: आपदा विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि बिहार के कुल 14 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और पूर्वी चंपारण पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी और सारण जिले के 110 प्रभावित प्रखंड की संख्या है. कुल 1012 प्रभावित पंचायतों की संख्या है.
45 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
इन जिलों मे 45,39,206 प्रभावित लोग की जनसंख्या है. वहीं, निस्क्रमिट जनसंख्या 376508 है. कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 26732 लोग हैं. वहीं, बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग की ओर से कुल 14 जिलों में 1193 सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है. जिसमें 771380 लोग हर दिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 7 पश्चिम चंपारण में 4 लोगों और 5 जानवर की मौत हुई है.
आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है. कुल 30 टीमों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया. जिन्हे जरूरत के हिसाब से प्रभावी जिले में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.
लोगों को पहुंचायी जा रही राहत
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं और बच्चे और बुजुर्गों को अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से किया गया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग के की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है.