ETV Bharat / state

पटना: स्वामी सहजानंद सरस्वती की मनाई गई 132वीं जयंती, कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन

पालीगंज हाई स्कूल सभागार में बड़े ही धूम-धाम से स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 132वीं जयंती मनाई गई. इस दौरान पूर्व न्यायाधीश, सांसद और विधायक उपस्थित रहे.

स्वामी सहजानन्द सरस्वती की जयंती
स्वामी सहजानन्द सरस्वती की जयंती
author img

By

Published : Mar 12, 2021, 12:24 PM IST

पटना: पालीगंज हाई स्कूल सभागार में स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 132वीं जयंती मनाई गई. इस आयोजन में बिहार सरकार के कृषि मंत्री, पाटलिपुत्र सांसद, पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, टेकारी विधायक ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया.

इसे भी पढ़ें: जमीनी हकीकत: नल तो है, जल का दर्शन तक नहीं होता

सहजानंद सरस्वती का जयंती समारोह
पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय हाई स्कूल सभागार में आज बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ स्वामी सहजानंद सरस्वती का जयंती समारोह मनाया गया. इस दौरन न्यायाधीश, विधायक न्यायमूर्ति ने स्वामी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. जयंती समारोह में पालीगंज भाजपा नेता और किसानों ने भी हिस्सा लिया. समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य किसान नेता रवि रंजन ने किया. वहीं मुख्य अतिथियों को पालीगंज की धरती पर अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया.

ये भी पढ़ें: औरंगाबाद: श्रद्धालुओं से भरी ऑटो और ट्रक में भिड़ंत, 2 की मौत 7 घायल

किसानों के सच्चे नेता
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री वर्तमान टेकारी, भाजपा विधायक अनिल कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी सहजानन्द सरस्वती किसानों के सच्चे नेता थे. उनकी सोच हमेशा किसानों के प्रति रहता था. उन्होंने केंद्र और बिहार सरकार से मांग किया कि किसानों के नेता स्वामी सहजानन्द सरस्वती के नाम पर कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जानी चाहिए. जिससे आज की पीढ़ी उनके आदर्शों के याद कर सके.

किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर चर्चा
पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने भी उनके व्यक्तित्व के बारे चर्चा की. उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति जो उनकी सोच थी, वहीं सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में कई लाभकारी योजना को लागू किया है. जिससे किसानों की समस्या को दूर किया जा सके. आगे भी उनकी सोच किसानों की आमदनी कैसे बढ़ाया जाए, उस पर भी काम किया जा रहा है.

स्वामी जी किसानों के आदर्श और देश के भगवान हैं. मुझे जब इस जयंती समारोह में आने का निमंत्रण मिला तो मुझे सौभाग्य अहसास हुआ. मुझे लगा कि मैं महान किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने आप को धन्य महसूस करूंगा. -राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति

आज इस महान किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह के अवसर पर उपस्थित किसानों से निवेदन करता हूं कि अनाज के साथ फूल और औषधीय पौधों का भी खेती करें. जिससे आमदनी में वृद्धि हो सके. -अमरेंद्र कुमार सिंह, कृषि मंत्री

पटना: पालीगंज हाई स्कूल सभागार में स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 132वीं जयंती मनाई गई. इस आयोजन में बिहार सरकार के कृषि मंत्री, पाटलिपुत्र सांसद, पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, टेकारी विधायक ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया.

इसे भी पढ़ें: जमीनी हकीकत: नल तो है, जल का दर्शन तक नहीं होता

सहजानंद सरस्वती का जयंती समारोह
पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय हाई स्कूल सभागार में आज बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ स्वामी सहजानंद सरस्वती का जयंती समारोह मनाया गया. इस दौरन न्यायाधीश, विधायक न्यायमूर्ति ने स्वामी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. जयंती समारोह में पालीगंज भाजपा नेता और किसानों ने भी हिस्सा लिया. समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य किसान नेता रवि रंजन ने किया. वहीं मुख्य अतिथियों को पालीगंज की धरती पर अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया.

ये भी पढ़ें: औरंगाबाद: श्रद्धालुओं से भरी ऑटो और ट्रक में भिड़ंत, 2 की मौत 7 घायल

किसानों के सच्चे नेता
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री वर्तमान टेकारी, भाजपा विधायक अनिल कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी सहजानन्द सरस्वती किसानों के सच्चे नेता थे. उनकी सोच हमेशा किसानों के प्रति रहता था. उन्होंने केंद्र और बिहार सरकार से मांग किया कि किसानों के नेता स्वामी सहजानन्द सरस्वती के नाम पर कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जानी चाहिए. जिससे आज की पीढ़ी उनके आदर्शों के याद कर सके.

किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर चर्चा
पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने भी उनके व्यक्तित्व के बारे चर्चा की. उन्होंने कहा कि किसानों के प्रति जो उनकी सोच थी, वहीं सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में कई लाभकारी योजना को लागू किया है. जिससे किसानों की समस्या को दूर किया जा सके. आगे भी उनकी सोच किसानों की आमदनी कैसे बढ़ाया जाए, उस पर भी काम किया जा रहा है.

स्वामी जी किसानों के आदर्श और देश के भगवान हैं. मुझे जब इस जयंती समारोह में आने का निमंत्रण मिला तो मुझे सौभाग्य अहसास हुआ. मुझे लगा कि मैं महान किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने आप को धन्य महसूस करूंगा. -राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति

आज इस महान किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह के अवसर पर उपस्थित किसानों से निवेदन करता हूं कि अनाज के साथ फूल और औषधीय पौधों का भी खेती करें. जिससे आमदनी में वृद्धि हो सके. -अमरेंद्र कुमार सिंह, कृषि मंत्री

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.