पटनाः पटना जंक्शन पर मंगलवार की सुबह से लेकर शाम 5 बजे तक 80 लोगों की जांच हुई. जिसमें 13 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. पटना जंक्शन से आज पुणे भागलपुर स्पेशल ट्रेन भी गुजरी. जिससे सैकड़ों की तादाद में श्रमिक मजदूर उतरे. ऐसे में महज 80 लोगों का दिन भर में जांच हो पाना रेलवे प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़ा कर रहा है. एक तरफ बिहार में कोरोना का खतरा चरम पर है. रेलवे प्रशासन की लापरवाही के कारण यात्रियों की शत-प्रतिशत जांच संभव नहीं हो पा रही है.
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जांच के लिए लगे हैं 10 टेबल
पटना जंक्शन पर ट्रेन के पहुंचने के बाद गेट नंबर 3 के पास में जिला स्वास्थ्य समिति की तरफ से जांच के लिए 10 टेबल लगाया गया है. लेकिन प्लेटफार्म एक पर जैसे ही ट्रेन रुकती है, तो हजारों की तादाद में श्रमिक मजदूर यात्री उतरते हैं. ऐसे में गेट नंबर 3 के पास में ट्रेन की बोगी एक से दो ही खड़ी होती है और उस बोगी से उतरने वाले यात्रियों की ही जांच संभव हो पाती है. जो बोगी आगे और पीछे लगती है, उसके सभी यात्री दूसरे गेट से निकलकर अपने घर चले जाते हैं.
कई सवाल हो रहे खड़े
सवाल खड़ा होता है कि जब रेलवे स्टेशनों पर जांच केंद्र बने हैं, तो रेलवे प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करनी होगी. जिससे कि ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच संभव हो पाए. तब जाकर के कोरोना पर अंकुश लगाया जा सकता है. खानापूर्ति करने से कोरोना पर जीत संभव नहीं है. हजारों की तादाद में उतरने वाले यात्रियों की जांच संभव नहीं होने के कारण ही बिहार में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है.
स्टेशन पर कर रहे थे जांच
जिला स्वास्थ्य समिति की दूसरी शिफ्ट के अधिकारी जांच कर रहे थे. जब उनसे हमने बात की तो उन्होंने बताया कि 80 लोगों की जांच हुई है. जिसमें 13 लोग संक्रमित पाए गए हैं. अर्थात सुबह से लेकर शाम तक इतनी कम जांच होगी तो जाहिर सी बात है कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जरूर बढ़ेगी. हालांकि जांच करने वाले अधिकारी का यह साफ तौर पर मानना है कि हम लोग जांच के लिए बैठे हैं. इसमें रेलवे प्रशासन को मदद करनी चाहिए. रेलवे प्रशासन लोगों को लेकर आए और हम जांच करें. हम लोगों का काम लेकर आना नहीं, बल्कि जांच करना है.
गेट नंबर 3 के पास रहती है पूरी टीम
बताते चलें कि जब ट्रेन आती है तो रेलवे पुलिस प्रशासन तो मुस्तैद रहता ही है. लेकिन जो गेट नंबर 3 के पास में जांच केंद्र बना है, वहीं पर पूरी टीम लगती है. उसके सामने जो बोगी रहती है उस बोगी के ही यात्रियों को लाइन में लगा कर कोविड-19 जांच करायी जाती है.
'एंटीजेन टेस्ट 80 की हुई है, जिसमें 13 संक्रमित पाए गए हैं. जो लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उनको सरकार द्वारा निर्धारित जगह पाटलिपुत्र अशोक आइसोलेशन सेंटर भेजा जा रहा है. रविवार को पटना जंक्शन पर 196 में 11 संक्रमित पाए गए थे. सोमवार के दिन 269 में 18 संक्रमित पाए गए हैं. कुल मिलाकर सवाल तो यही है कि पटना जंक्शन एक ऐसा जंक्शन है, जहां से हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं. ऐसे में 200 से लेकर 300 तक की जांच संभव हो पा रही है. तो कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा जरूर होगा.' -डॉ. रजनीकांत विकल, मेडिकल ऑफिसर
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