पटनाः आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 14 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी और सारण जिले के 114 प्रखंड प्रभावित हैं. इनमें 1059 पंचायत शामिल है.
13 लोगों की मौत
इन जिलों में 56 लाख 53 हजार 704 लोग प्रभावित हैं. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 4 लाख 18 हजार 490 है. कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 17 हजार 554 लोग हैं. वहीं बिहार सरकार के सहयोग से विभाग कुल 14 जिलों में 1385 सामुदायिक रसोई चला रहा है. जिसमें 9 लाख 43 हजार 293 लोग प्रतिदिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार 13 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 7, पश्चिम चंपारण में 4 लोग और मुजफ्फरपुर में दो लोगों की मौत हुई है. साथ ही 20 जानवर की भी मौत हो गई है.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के संभावित 14 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 31 टीमों की तैनाती की गई है. आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिलों में भेजा जाएगा. विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.
राहत शिविरों में रखा जा रहा सोशल डिस्टेंस
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनेटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से किया गया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिह्नित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है.