पटना: साइबर अपराधियों के माध्यम से रेमडेसिविर और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर आम लोगों से पैसा ठगने का मामला सामने आया है. जिससे आर्थिक अपराध इकाई के माध्यम से एक चुनौती के रूप में लिया गया है. जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसन खान के माध्यम से विशेष साइबर टीम का गठन किया गया.
संदिग्ध मोबाइल नंबरों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई. अधिकांश साइबर अपराध कर्मी का लोकेशन नालंदा, नवादा और शेखपुरा में पाया गया. आर्थिक अपराध इकाई जिला पुलिस अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर इनके विरुद्ध छापेमारी की गई.
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अपराधियों से की जा रही पूछताछ
विशेष अभियान के दौरान नालंदा जिले में 5 और नवादा जिले में 7 साइबर अपराध कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और लैपटॉप बरामद किया गया है. नालंदा जिले में 47,250 रुपये नकद बरामद किया गया है. वहीं, शेखपुरा जिले में पूर्व से चलाए जा रहे विशेष अभियान में अब तक 24 साइबर अपराध कर्मियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार अभियुक्तों में से कुछ अभियुक्त पूर्व में साइबर अपराधी कांड में जेल भी जा चुके हैं. इन सभी अपराध कर्मियों से पूछताछ की जा रही है.
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जांच कर की जाएगी कार्रवाई
आर्थिक अपराध इकाई के अध्ययन से इन साइबर ठगी से संबंधित पाया गया है कि ऐसे मामलों में अपराध कर्मियों के माध्यम से फर्जी बैंक खाता और गलत व्यक्तिगत सूचना देकर सिम कार्ड प्राप्त करने के दृष्टांत मामले सामने आए हैं. कालाबाजारी और लोगों से ठगी कर धन उगाही करने के भी साक्ष्य मिले हैं. ऐसे मामलों का सूक्ष्मता से विश्लेषण कराया जा रहा है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों को रिमांड पर लेकर उनकी अपराध शैली और अपराध से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.