पटना: प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. पटना जिले में वैक्सीनेशन के लिए 17 केंद्र बनाए गए हैं. वैक्सीनेशन कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए जनवरी के अंत तक वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जाने हैं. पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाने के लिए उन्होंने विभाग को प्रपोजल भेजा है. 12 वैक्सीनेशन सेंटर की लिस्ट भेजी गई है. अनुमति मिलती है तो 30 जनवरी से जिले में 12 वैक्सीनेशन सेंटर और बढ़ जाएंगे.
31 जनवरी से 5 फरवरी तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान
डॉ विभा कुमारी ने कहा "31 जनवरी से जिले में पल्स पोलियो अभियान शुरू हो रहा है. यह अभियान 5 दिन चलता है, जिसमें 1 दिन अभियान बंद रहता है. ऐसी स्थिति में 31 जनवरी से 5 फरवरी तक पटना जिले के अस्पतालों में कोरोना का टीका नहीं लगेगा. स्वास्थ्यकर्मी पल्स पोलियो अभियान में काम करेंगे. फरवरी के दूसरे सप्ताह से वैक्सीनेशन कार्य सामान्य रूप से चलेगा. पल्स पोलियो अभियान के दौरान पटना के सभी मेडिकल कॉलेजों में पूर्व की भांति वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलता रहेगा. मेडिकल कॉलेजों में सप्ताह में चारों दिन वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलेगा."
टीका एक, जिला एक लेकिन नियम हैं दो
पटना में कोरोना का टीकाकरण अभियान चल रहा है. ऐसे में पटना के सिविल सर्जन के अधीन आने वाले अस्पतालों के लिए टीकाकरण के अलग नियम हैं और मेडिकल कॉलेजों में टीकाकरण के लिए अलग नियम हैं. नियम के तहत जिले के अस्पतालों में सप्ताह में मात्र 2 दिन मंगलवार और शनिवार को वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलेगा. दूसरी ओर पटना में ही स्थित मेडिकल कॉलेजों में सप्ताह में चार दिन (सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार) को वैक्सीनेशन होगा. बताते चलें कि पटना के आईजीआईएमएस में ही सिर्फ कोविशिल्ड वैक्सीन का टीका दिया जा रहा है. पीएमसीएच, एनएमसीएच और पटना एम्स में कोवैक्सीन का टीका दिया जा रहा है.
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स्वास्थ्य कर्मियों को किया जा रहा जागरूक
डॉ विभा कुमारी ने कहा "वैक्सीनेशन कार्यक्रम से सभी स्वास्थ्य कर्मी जुड़ें और वैक्सीनेशन के लिए बुलाए जाने पर स्वास्थ्य कर्मी अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे. इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों को यह बताया जा रहा है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. डरने की कोई बात नहीं है. वैक्सीनेशन के लिए दोबारा ऐसा मौका नहीं मिलेगा. कोरोना से बचने के लिए वैक्सीनेशन के अलावा कोई विकल्प नहीं है."
"वैक्सीनेशन के लिए अब फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची तैयार की जा रही है. अब तक 70000 फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची तैयार कर ली गई है. फ्रंटलाइन वर्कर्स में प्रदेश के पुलिसकर्मी और नगर निगम के सफाई कर्मी आते हैं. उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी कोरोना का टीका लगेगा."- डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना